खैर, थोड़े समय बाद कूक चाय का प्याला मेरे सामने रख गया! मै चुसकी ले ही रहा था की युनुस (रेस्ट रूम का केयर टेकर) मेरे सामने एक बोतल ला कर, तिपाई पर रख दिया! बोला सर-देखिये?
32.
' ' आर ब्लाक राजेन्द्र नगर में थी हमारे चाचा चुन्नी की चाय की दुकान, बड़े-बड़े गाडियों वाले जब चाय की चुसकी भरते तो दंग रह जाते, भूल जाते चाचा की कटु वाणी, चाय के मिठास में कटुता कहाँ खो जाती थी पता ही नहीं चलता था।
33.
एक जर्जर वृद्धा सोनिया गाँधी के आने वाले निर्धारित रास्ते पर लेटी हुई है, दहाड़ें मार रही है, छाती कूट रही है, बटन टूटे अधखुली ब्लाउज़ से बाहर झूलती हुई चुसकी छातियों से बेख़बर, बदहवास सी सड़क पर लोट लगा रही है, कुछ ज़वान पुलिसिये उसकी छातियों में दिलचस्पी न लेकर भीड़ लगायी पब्लिक में कोई दिलचस्प आइटम टटोल रहे हैं ।
34.
एक बार आप ने चाय पी कर दोबारा माँग ली तो आपकी शामत आ गई-‘‘सारे दिन चा-चा भाग याडे ते फूक देगी तेरे कलेजे ने।‘‘ आर ब्लाक राजेन्द्र नगर में थी हमारे चाचा चुन्नी की चाय की दुकान, बडे-बडे गाडियों वाले जब चाय की चुसकी भरते तो दंग रह जाते, भूल जाते चाचा की कटु वाणी, चाय के मिठाय में कटुता कहाँ खो जाती थी पता ही नहीं चलता था।