पाठकों! अब हमें अवश्य ही हेमाडपंत के प्रति कृतज्ञ होना चाहिये, क्योंकि उन्होंने तो छाँछ का प्याला पिया, परन्तु वे हमारे लिये यथेष्ठ मात्रा में श्री साई-लीला रुपी अमृत दे गये ।
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” तब उन्होंने पूरी छाँछ पी ली, किन्तु उन्हे बाबा के सांकेतिक वचनों का मर्म शीघ्र ही विदित हो गया, क्योंकि इस घटना के थोड़े दिनों के पश्चात् ही बाबा समाधिस्थ हो गये ।
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छाँछ छाँछ युँ तो सभी लोग इसे बनाना जानते हैं, फ़िर भी मै अपने कलेक्शन के लिये इसे यहा दे रही हुँ, छाँछ सुबह मे खाली पेट लिया जाये तो कब्ज दुर करता है, खाने के बाद अजवाईन के साथ लिया जाये तो पाचन शक्ति मजबुत करता है।
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छाँछ छाँछ युँ तो सभी लोग इसे बनाना जानते हैं, फ़िर भी मै अपने कलेक्शन के लिये इसे यहा दे रही हुँ, छाँछ सुबह मे खाली पेट लिया जाये तो कब्ज दुर करता है, खाने के बाद अजवाईन के साथ लिया जाये तो पाचन शक्ति मजबुत करता है।
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छाँछ छाँछ युँ तो सभी लोग इसे बनाना जानते हैं, फ़िर भी मै अपने कलेक्शन के लिये इसे यहा दे रही हुँ, छाँछ सुबह मे खाली पेट लिया जाये तो कब्ज दुर करता है, खाने के बाद अजवाईन के साथ लिया जाये तो पाचन शक्ति मजबुत करता है।
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बाबा रामदेव भी जैसे दूध का जला छाँछ को भी फ़ूक फ़ूक कर पीता है, उत्तर देते हैं कि वे राजनीति में प्रवेश नहीं कर रहे हैं वरन भ्रष्ट राजनीति में हस्तक्षेप कर उसे साफ़ सुथरा करना चाहते हैं ताकि यह राष्ट्र सम्मान से प्रगति कर सके ।
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सुन्दर लेखन, अतीत में अस्तित्व की तलाश सच्चाई है, वही हमारे वजूद को परिभाषित करता है, प्रकृति की कोई जीवित चीज अपने अतीत को नही भूलती, और इसी अतीत में उस प्रजाति के सरवाइवल का सच छुपा हुआ है, हम कुछ भी नया नही खोजते सदैव अतीत से सीखते है, एक कहावत है, कि दध की जली बिलैया, छाँछ भी फ़ूक फ़ूक कर पीती है..
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नए गाने कुछ अधिक ही पसन्द किए गए जैसे-तुम्हें देखें मेरी आँखें इसमें क्या मेरी ख़ता हैसोमवार को रविवार को मनाए गए मदर्स डे की चर्चा की गई और तलाश फ़िल्म का एस डी बर्मन का गाया यह गीत सखि सहेली की ओर से सबको समर्पित किया गया, बहुत अच्छा लगा-मेरी दुनिया है माँ तेरी आँचल मेंसखियों के भेजे गए कुछ व्यंजन बताए गए जिसमें सबसे अच्छा लगा छत्तीसगढ का पारम्परिक व्यंजन जो चावल और छाँछ से बनाया जाता है।