निम्न न्यायालय द्वारा अपना आदेश पारित करते समय इस महत्वपूर्ण विधिक बिन्दु पर ध्यान नहीं किया कि छावनी परिषद रानीखेत अथवा उसके मुख्य अधिशासी अधिकारी को निगरानीकर्ता / विपक्षी को धारा 284/289 छावनी अधिनियम 2006 क अधीन अर्थदण्ड से दण्डित करने का कानूनी अधिकार नहीं है तथा छावनी परिषद रानीखेत द्वारा निगरानीकर्ता को दिये गये कथित अवैध अर्थदण्ड को धारा 324 छावनी अधिनियम 2006 के अन्तर्गत वसूली करने का निम्न न्यायालय का प्रश्नगत आदेश कानूनन समायत योग्य नहीं है तथा निम्न न्यायालय का आदेश विधि के विपरीत है।
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निम्न न्यायालय द्वारा अपना आदेश पारित करते समय इस महत्वपूर्ण विधिक बिन्दु पर ध्यान नहीं किया कि छावनी परिषद रानीखेत अथवा उसके मुख्य अधिशासी अधिकारी को निगरानीकर्ता / विपक्षी को धारा 284/289 छावनी अधिनियम 2006 क अधीन अर्थदण्ड से दण्डित करने का कानूनी अधिकार नहीं है तथा छावनी परिषद रानीखेत द्वारा निगरानीकर्ता को दिये गये कथित अवैध अर्थदण्ड को धारा 324 छावनी अधिनियम 2006 के अन्तर्गत वसूली करने का निम्न न्यायालय का प्रश्नगत आदेश कानूनन समायत योग्य नहीं है तथा निम्न न्यायालय का आदेश विधि के विपरीत है।
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निम्न न्यायालय द्वारा अपना आदेश पारित करते समय इस महत्वपूर्ण विधिक बिन्दु पर ध्यान नहीं किया कि छावनी परिषद रानीखेत अथवा उसके मुख्य अधिशासी अधिकारी को निगरानीकर्ता / विपक्षी को धारा 284/289 छावनी अधिनियम 2006 के अधीन अर्थदण्ड से दण्डित करने का कानूनी अधिकार नहीं है तथा छावनी परिषद रानीखेत द्वारा निगरानीकर्ता को दिये गये कथित अवैध अर्थदण्ड को धारा 324 छावनी अधिनियम 2006 के अन्तर्गत वसूली करने का निम्न न्यायालय का प्रश्नगत आदेश कानूनन समायत योग्य नहीं है तथा निम्न न्यायालय का आदेश विधि के विपरीत है।
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निम्न न्यायालय द्वारा अपना आदेश पारित करते समय इस महत्वपूर्ण विधिक बिन्दु पर ध्यान नहीं किया कि छावनी परिषद रानीखेत अथवा उसके मुख्य अधिशासी अधिकारी को निगरानीकर्ता / विपक्षी को धारा 284/289 छावनी अधिनियम 2006 के अधीन अर्थदण्ड से दण्डित करने का कानूनी अधिकार नहीं है तथा छावनी परिषद रानीखेत द्वारा निगरानीकर्ता को दिये गये कथित अवैध अर्थदण्ड को धारा 324 छावनी अधिनियम 2006 के अन्तर्गत वसूली करने का निम्न न्यायालय का प्रश्नगत आदेश कानूनन समायत योग्य नहीं है तथा निम्न न्यायालय का आदेश विधि के विपरीत है।
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यह भी तर्क प्रस्तुत किया कि जहॉ तक धारा 324 छावनी अधिनियम में अर्थदण्ड को वसूल करने का सम्बन्ध है, वह कार्यवाही न्यायालय केवल टैक्स, किराया व अन्य धन के सम्बन्ध में ही कर सकती है परन्तु धारा 324 छावनी अधिनियम के अन्तर्गत छावनी परिषद को न तो अर्थदण्ड का आदेश पारित करने का अधिकार है और न ही उसकी वसूली छावनी अधिनियम की धारा 324 के अन्तर्गत हो सकती है, इसलिये निम्न न्यायालय द्वारा प्रश्नगत आदेश विधिविरूद्ध तरीके से पारित किया गया है और उक्त आदेश अपास्त होने योग्य है।
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यह भी तर्क प्रस्तुत किया कि जहॉ तक धारा 324 छावनी अधिनियम में अर्थदण्ड को वसूल करने का सम्बन्ध है, वह कार्यवाही न्यायालय केवल टैक्स, किराया व अन्य धन के सम्बन्ध में ही कर सकती है परन्तु धारा 324 छावनी अधिनियम के अन्तर्गत छावनी परिषद को न तो अर्थदण्ड का आदेश पारित करने का अधिकार है और न ही उसकी वसूली छावनी अधिनियम की धारा 324 के अन्तर्गत हो सकती है, इसलिये निम्न न्यायालय द्वारा प्रश्नगत आदेश विधिविरूद्ध तरीके से पारित किया गया है और उक्त आदेश अपास्त होने योग्य है।
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यह भी तर्क प्रस्तुत किया कि जहॉ तक धारा 324 छावनी अधिनियम में अर्थदण्ड को वसूल करने का सम्बन्ध है, वह कार्यवाही न्यायालय केवल टैक्स, किराया व अन्य धन के सम्बन्ध में ही कर सकती है परन्तु धारा 324 छावनी अधिनियम के अन्तर्गत छावनी परिषद को न तो अर्थदण्ड का आदेश पारित करने का अधिकार है और न ही उसकी वसूली छावनी अधिनियम की धारा 324 के अन्तर्गत हो सकती है, इसलिये निम्न न्यायालय द्वारा प्रश्नगत आदेश विधिविरूद्ध तरीके से पारित किया गया है और उक्त आदेश अपास्त होने योग्य है।