उन्होंने फ़िल्मों में सर्वश्रेष्ठ कव्वाली न तो कारवां की तलाश है (बरसात की रात) सर्वश्रेष्ठ हास्य गीत सर जो तेरा चकराए (प्यासा) सर्वश्रेष्ठ देशप्रेम गीत ये देश है वीर जवानों का (नया दौर) सूफ़ी गीत लागा चुनरी में दाग़ छिपाऊं कैसे (दिल ही तो है) यहां तक कि शम्मी कपूर को नई छवि देने में भी साहिर का ही हाथ था जब उन्होंने तुमसा नहीं देखा के लिये गीत लिखा ' यूं तो हमने लाख हसीं देखे हैं ' लिखा।