| 31. | जनवादी जनतन्त्र पूँजीवाद के लिए श्रेष्ठतर
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| 32. | भारतीय पूँजीवादी जनतन्त्र का भ्रष्ट-पतित-गन्दा-नंगा चेहरा
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| 33. | ही कहा हैं कि पूँजीवादी जनतन्त्र प्रच्छन्न निरंकुश शासन हैं।
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| 34. | जनतन्त्र का जन्म-रामधारी सिंह दिनकर
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| 35. | ये जनतन्त्र है या जन अभिलाषा
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| 36. | जनतन्त्र के सूर्योदय मे:-
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| 37. | भेदभाव नहिं भैंस को भाया-भैंस मे ही जनतन्त्र समाया
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| 38. | देखें ये जनतन्त्र कहाँ जाता है?
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| 39. | इससे जनतन्त्र के सत्ताधिकारियों की चैन में बाधा होती है।
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| 40. | गाँधीवाद की चरम स्थिति जनतन्त्र पर पाखण्ड का प्रकोप है।
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