फ्रांस में जिस समय ज़ोला का जलवा शवाब पर था, उस समय यथार्थ की गहरी पकड़ के आधार पर बाल्ज़ाक महत्व को रेखांकित करने का ऐतिहासिक महत्व का काम किया, मार्क्स-एंगेल्स ने. गौर से देखें तो “ विचार, विचारधारा ” और “ वैचारिक आग्रह ” संबंधी बहुत-सी नासमझियां भी दर-किनार हो जा सकती हैं.