6 तौभी कुहरा पृय्वी से उठता या जिस से सारी भूमि सिंच जाती यी 7 और यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा और उसके नयनो में जीवन का श्वास फूंक दिया; और आदम जीवता प्राणी बन गया।
32.
प्रभु यीशु ने कहा-“ मैं प्रथम और अन्तिम और जीवता हूँ ; मैं मर गया था, और अब देख मैं युगानुयुग जीवता हूँ ; और मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे ही पास हैं ” प्रकाशितवाक्य 1: 17,18
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प्रभु यीशु ने कहा-“ मैं प्रथम और अन्तिम और जीवता हूँ ; मैं मर गया था, और अब देख मैं युगानुयुग जीवता हूँ ; और मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे ही पास हैं ” प्रकाशितवाक्य 1: 17,18
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यूहन्ना 15: 5 30. मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ किस के पास हैं?ज) प्रभु यीशु मसीहप्रभु यीशु ने कहा-“मैं प्रथम और अन्तिम और जीवता हूँ; मैं मर गया था, और अब देख मैं युगानुयुग जीवता हूँ; और मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे ही पास हैं”
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यूहन्ना 15: 5 30. मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ किस के पास हैं?ज) प्रभु यीशु मसीहप्रभु यीशु ने कहा-“मैं प्रथम और अन्तिम और जीवता हूँ; मैं मर गया था, और अब देख मैं युगानुयुग जीवता हूँ; और मृत्यु और अधोलोक की कुंजियाँ मेरे ही पास हैं”
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चैतन्यस्वभाव वही आत्मा अज्ञान से अन्य-सा, जड़-सा अर्थात् आकाश आदि के क्रम से उत्पन्न लिंगसमष्टिरूप होकर उसमें प्रवेश करने से ' वही हूँ ' इस अभिमान से उसकी नाईं प्रतीत होता हुआ भावी जीवनाम से गर्हित बनाई गई जीवता को भ्रान्ति से प्राप्त सा होता है।।
37.
सो भाई मेरे हो, मैं अच्छी तरह से तुमको समझाता हूँ कि यह परमेश्वर की कुदरत नहीं है यह तो बनियों के राक्षसी पाप की कुदरत है, सो इसको हेत करके छोड़ाओ क्योंकि इन सौदागरांन ने संसार की अकल ऐसी खराब कर दी है जिससे तुमको जमीन माता के शरीर की बीमारी का हाल मालूम नहीं होता है कि जमीन माता जीवता जीव है या मरी हुई है;
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सो भाई मेरे हो, मैं अच्छी तरह से तुमको समझाता हूँ कि यह परमेश्वर की कुदरत नहीं है यह तो बनियों के राक्षसी पाप की कुदरत है, सो इसको हेत करके छोड़ाओ क्योंकि इन सौदागरांन ने संसार की अकल ऐसी खराब कर दी है जिससे तुमको जमीन माता के शरीर की बीमारी का हाल मालूम नहीं होता है कि जमीन माता जीवता जीव है या मरी हुई है ;