डेविड श्विमर ने रॉस गेल्लर का पात्र निभाया, जो एक जीवाश्मविज्ञानी के तौर पर एक प्रागैतिहासिक इतिहास संग्रहालय में काम करता हैं, और बाद में न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में जीवाश्मिकी का प्राध्यापक बन जाता है.
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जीवाश्मिकी की परिभाषा देते हुए ट्वेब होफ़ेल और आक ने लिखा है: जीवाश्मिकी वह विज्ञान है, जो आदिम पौधें तथा जंतुओं के अश्मीभूत अवशेषों द्वारा प्रकट भूतकालीन भूगर्भिक युगों के जीवनकी व्याख्या करता है।
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जीवाश्मिकी की परिभाषा देते हुए ट्वेब होफ़ेल और आक ने लिखा है: जीवाश्मिकी वह विज्ञान है, जो आदिम पौधें तथा जंतुओं के अश्मीभूत अवशेषों द्वारा प्रकट भूतकालीन भूगर्भिक युगों के जीवनकी व्याख्या करता है।
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लेकिन जीवाश्मिकी को जैविकी की एक शाखा नहीं माना जा सकता है, क्योंकि जीवाश्मिकी के अध्ययन की सामग्री और उसके संग्रह का ढंग जैविकी के अध्ययन की सामग्री और उसके संग्रह के ढंग से सर्वथा भिन्न हैं।
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लेकिन जीवाश्मिकी को जैविकी की एक शाखा नहीं माना जा सकता है, क्योंकि जीवाश्मिकी के अध्ययन की सामग्री और उसके संग्रह का ढंग जैविकी के अध्ययन की सामग्री और उसके संग्रह के ढंग से सर्वथा भिन्न हैं।
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जैविकी के अंतर्गत वर्तमान जीवित प्राणियों और पादपों का अध्ययन किया जाता है, जब कि जीवाश्मिकी में भौमिकीय युगों के उन जीवों और पादपों का अध्ययन किया जाता है जो कभी जीवित थे और अब जीवाश्म के रूप में ही प्राप्य हैं।
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लेखक नें भूगर्भ विद्या और जीवाश्मिकी का समन्वय, जीवविज्ञान और जिन्दगी का जोड़, ब्रम्हांड का विस्तार और जीवों का विकास (evolution), और हर किसी चीज का हर किसी चीज से संबंध का ऐसा जाल बुना है कि बस।
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यदि सैद्धांतिक दृष्टि से देखा जाए, तो जीवाश्मिकी का अभ्युदय पृथ्वी पर जीव के प्रादुर्भाव के साथ साथ प्रारंभ हो जाता है, परंतु भौमिकीय आधार पर केवल इतना ही कहा सकता है कि पृथ्वी पर संपूर्ण जीव के इतिहास के आधे, या उससे भी कम के, जीवों के अभिलेख हमें मिलते हैं।
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यदि सैद्धांतिक दृष्टि से देखा जाए, तो जीवाश्मिकी का अभ्युदय पृथ्वी पर जीव के प्रादुर्भाव के साथ साथ प्रारंभ हो जाता है, परंतु भौमिकी य आधार पर केवल इतना ही कहा सकता है कि पृथ्वी पर संपूर्ण जीव के इतिहास के आधे, या उससे भी कम के, जीवों के अभिलेख हमें मिलते हैं।
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लेखक समय के आरंभ से अब तक होने वाले विज्ञान के मुख्य क्षेत्रो, जैसे की भौतिकी (physics), रसायनशास्त्र (chemistry), खगोल विद्या (astronomy), भूगर्भ विद्या (geology), जीवाश्मिकी (palaeontology), समुद्र शोध (oceanography), जीव विज्ञान (biology), आदि के समस्त इतिहास की प्रमुख घटनाओं को साधारण आदमी की भाषा में बड़ी ही सरलता से समझाता है।