दाद भिड़ ग्या काम में. आप विश्वास नीं करोगा कि दादा तोमर जी का हाथ से दो सो से जादा कला-कृतियां तैयार वई गी हे.दादा का हाथ से इण ठूंठ को ठाठ देखणे जेसो हे....दादा को काम देखवा वास्ते इन्दौर से बीस कोस दूर कम्पेल गांव का पेला पिवड़ाय आवे हे.आप वठे जई के दादा का खेत पे यो दुर्लभ काम देखी सको हो.दादा तोमर जी को जुनून ने जिद रंग लई री हे....मालवी जाजम का इण चिट्ठा पे दादा तोमर जी का काम को स्लाइड शो आप देखी सको हो.