कत्था में टैनिक होता है जिसके कारण यह बुखार को ठीक करने वाला और पाचनशक्ति को बढ़ाने वाला होता है।
32.
बेल के अंदर टैनिक एसिड़, एक उड़नशील तेल, एक कड़वा तत्व और एक चिकना लुआबदार पदार्थ पाया जाता हैं।
33.
ऐंटीमनी-कड़ी चाय या कॉफी, आधे गिलास जल में आधा चायचम्मच टैनिक अम्ल; बाद में अंडा या दूध देना चाहिए।
34.
पत्तों में टैनिक एसिड, मेथिलसेलिसिलेट, एक ग्लाइकोसाइड (1%), मैनिटाल (1.3%), एक राल (1.2%), कुछ उड़नशील तेल, विटामिन सी और ए पाया जाता है।
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पत्तों में टैनिक एसिड, मेथिलसेलिसिलेट, एक ग्लाइकोसाइड (1%), मैनिटाल (1.3%), एक राल (1.2%), कुछ उड़नशील तेल, विटामिन सी और ए पाया जाता है।
36.
ये क्षारीय होते हैं, अत: इनमें से अधिकांश कुछ कार्बनिक अम्लों, जैसे औक्सैलिक, सक्सीनिक, साइट्रिक, मैलिक टैनिक आदि के साथ लवण रूप में पाए जाते हैं।
37.
रासायनिक संगठन-हरड़ में ग्राही (एस्टि्रन्जेन्ट) पदार्थ हैं, टैनिक अम्ल (बीस से चालीस प्रतिशत) गैलिक अम्ल, चेबूलीनिक अम्ल और म्यूसीलेज ।
38.
इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी के साथ ही गैलिक एसिड, टैनिक एसिड, एल्ब्यूमिन, सेलुलोज और खनिज द्वव्य (मुख्य रूप से कैल्शियम) भी अच्छी मात्रा में पाये जाते हैं।
39.
इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी के साथ ही गैलिक एसिड, टैनिक एसिड, एल्ब्यूमिन, सेलुलोज और खनिज द्वव्य (मुख्य रूप से कैल्शियम) भी अच्छी मात्रा में पाये जाते हैं।
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ये क्षारीय होते हैं, अत: इनमें से अधिकांश कुछ कार्बनिक अम्लों, जैसे औक्सैलिक, सक्सीनिक, साइट्रिक, मैलिक टैनिक आदि के साथ लवण रूप में पाए जाते हैं।