यह तो जीवन का वह सार्वभौम संदेश है, जिसे उपनिषद् के युग से तत्त्वज्ञानी महामानव देते आये हैं।
32.
उन नियमों को समझाने वाले तत्त्वज्ञानी विवेकानन्द विवेकवानों को समस्त सृष्टि में एक रंचमात्र भी अव्यवस्था दृष्टिगोचर नहीं होती ।।
33.
आप समन्तातभद्र थे-बाहर भीतर सब ओर से भद्र रूप थे आप बहुत बड़े योगी, त्यागी, तपस्वी एवं तत्त्वज्ञानी थे।
34.
अवतारी तथा उनके अनुयायीगण या तत्त्वज्ञानी वास्तव में यथार्थतः एक ही ‘ हम ' या ‘ मैं ' को देखता है।
35.
परंतु तत्त्वज्ञानी या समदर्शनवाले एक दूसरे प्रकार के भी महापुरुष होते हैं और जनक आदि इसी श्रेणी के माने जाते हैं।
36.
जिस प्रकार छूरे की धार तीक्ष्ण और दुस्तर होती है, तत्त्वज्ञानी लोग उस मार्ग को वैसा ही दुर्गम बतलाते हैं.
37.
वह अपने स्मृतिभंडार से किसी ऐसे तत्त्वज्ञानी पुरुष को खोज निकालना चाहते थे जिसने जाति-सेवा के साथ विज्ञान-सागर में गोते लगाये हों।
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आप समन्तातभद्र थे-बाहर भीतर सब ओर से भद्र रूप थे आप बहुत बड़े योगी, त्यागी, तपस्वी एवं तत्त्वज्ञानी थे।
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ऐसा विचार कर जो तत्त्वज्ञानी और विरक्त पुरुष हैं, वे सब तर्क (शंका) छोड़कर श्री रामजी का भजन ही करते हैं॥।
40.
इनमें से एक है-उस युग के महनीय तत्त्वज्ञानी याज्ञवल्क्य ऋषि की धर्मपत्नी मैत्रेयी और दूसरी हैं-उसी याज्ञवल्क्य से शास्त्रार्थ करने वाली वाचक्नवी गार्गी।