यह मिएन यांग शहर की आन श्येन काउंटी के च्येफाए बस्ती के एक मिडिल स्कूल के बच्चों की भूंकप में घायल हुए लोगों के तन्दुरूस्त होने के बाद अस्पताल से निकलने के बाद उनका हौसला बढाने की आवाजें थीं।
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मेरी अहिंसा किसी ऐसे तन्दुरूस्त आदमी को मुफ्त खाना देने का विचार बरदाश्त नहीं करेगी, जिसने उसके लिये ईमानदारी से कुछ-न-कुछ काम न किया हो; और मेरा वश चले तो जहां मुफ्त भोजन मिलता है, वे सब सदाव्रत मैं बन्द कर दूं ।
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उनमें जो चल सकता था वह ख़िदमत में हाज़िर होता था और जिसे चलने की ताक़त न होती थी उसके पास ख़ुद हज़रत तशरीफ़ ले जाते और दुआ फ़रमाकर उसको तन्दुरूस्त करते और अपनी रिसालत पर ईमान लाने की शर्त कर लेते.
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मुझे तो इसमें कोई शक नहीं कि अगर हम अपने कार्यक्रम के अनुसार नियमित रूप से कार्य करने की आदत डालें, तो राष्ट्र की कार्य-क्षमता बढे़गी, अपने ध्येय की ओर हमारी प्रगति तेज गति से होगी और कार्यकर्ता ज्यादा तन्दुरूस्त और दीर्घजीवी होंगे।
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अगर हमारे मन निर्विकार यानी नीरोग हों, तो वे हर तरह की हिंसा से मुक्त हो जायं; फिर हमारे हाथों तन्दुरूस्ती के नियमों का सहज भाव से पालन होने लगे और किसी तरह की खास कोशिश के बिना ही हमारे शरीर तन्दुरूस्त रहने लगें।
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उनके हक़ में यह आयत उतरी और फ़रमाया गया कि मर्द मर्दों से न हंसे यानी मालदार ग़रीबों की हंसी न बनाएं, न ऊंचे ख़ानदान वाले नीचे ख़ानदान वालों की, और न तन्दुरूस्त अपाहिज की, न आँख वाले उसकी जिसकी आँख में दोष हो.
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दुर्घटना के वक्त मृतक जोगेन्द्र सिंह 52 वर्ष का एक स्वस्थ एवं तन्दुरूस्त व्यक्ति था, जो बोहरा कागज, बटन वर्क्स उत्तमनगर, नई दिल्ली में फील्ड सुपरवाईजर के पद पर 12,000-00 रूपये मासिक वेतन पर सेवारत था तथा जिसमें से वह 8,000-00 रूपये प्रतिमाह अपने घर परिवार को खर्च के लिए देता था।
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बालकों को जीवन देने वाला, निर्बलों को बल देने वाला, जवानों की जवानी कायम रखने वाला, बूढ़ों का बुढ़ापा दूर करने वाला, रोगियों का रोग रहण करनेवाला, तन्दुरूस्त लोगों को मजबूत तथा पुष्ट बनाने वाला एवं कामियों की इचिछा पूर्ति करने वाला दूध से बढ़कर संसार में दूसरी चीज नहीं है।
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(4) कुछ मुफ़स्सिरों का क़ौल है कि इस आयत में क़ुरैश को ख़िताब है जो क़ुसई की औलाद हैं उनसे फ़रमाया गया कि तुम्हें एक शख़्स क़ुसई से पैदा किया और उसकी बीबी उसी की जिन्स से अरबी क़र्शी की, ताकि उससे चैन व आराम पाए, फिर जब उनकी दरख़्वास्त के मुताबिक उन्हें तन्दुरूस्त बच्चा इनायत किया तो उन्होंने अल्लाह की इस अता में दूसरों को शरीक बनाया और अपने चारों बेटों का नाम अबदे मनाफ़, अब्दुल उज़्ज़ा, अब्दे क़ुसई और अब्दुद दार रखा.