एक ज़माना था जब हर पल हाथ में झंडा थामे सड़कों पर चलना चाहता था, न जाने कितनी छातियों पर मूंग दलना चाहता था।
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थोरि देर के बद जब निता नीचे से अपनि कमर हिलने लगी तो अमित ने धिरे धिरे अपना लुनद निता की बुर मे दलना शुरु किया।
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सुज्ञ जी! दुर्गम पथों पर चलना, बाधाओं का दलना, दीपक का जलना और तरुवर का फलना … यह सब अनवरत चलता रहेगा..
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' जनतंत्र वह प्रणाली है जिसमें जनमत की अवहेलना करनेवाले जनप्रतिनिधि और जनगण की सेवा के लिए नियुक्त जनसेवक मिलकर जनगण कि छाती पर दाल दलना अपना संविधान सम्मत अधिकार मानते हैं.
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मैं तो तुदे ये कैने आया ऊं कि तू दलना मत धोल छाले ऐते बदते ऐं... ” हमने पेटों में प्रिय व्यंजन पिरोया और बहुत दिनों बाद फ़र्श से चिपक कर आधे घन्टे कोई पिक्चर देखी.
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मैं तो तुदे ये कैने आया ऊं कि तू दलना मत धोल छाले ऐते बदते ऐं... ” हमने पेटों में प्रिय व्यंजन पिरोया और बहुत दिनों बाद फ़र्श से चिपक कर आधे घन्टे कोई पिक्चर देखी.
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देखा गया है कि मालिश में दलना, मरोड़ना, मांसपेशियों को मसलना, झकझोरना, खड़ी थपकी देना, तेज मुक्की देना और थपथपाना आदि विधियों के प्रयोग से शरीर की फालतू की चर्बी समाप्त हो जाती है।
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यह काल सामाजिक पुनर्जागरण का काल था जब राजा राममोहन राय, ईश्वरचन्द्र विद्यासागर, स्वामी दयानन्द सरस्वती, स्वामी विवेकानंद, गोपाल कृष्ण गोखले जैसे समाज सुधारकों ने कुरीतियों, अशिक्षा व अंधविश्वासों की दलदल को दलना आरम्भ किया।
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रफ़्तार लगभग दौड़ने की हद तक पहुँच गयी थी कि पीछे से एक वैन आयी जिसने गड्ढों की छाती पर मूंग दलना चाहा, प्रतिकारस्वरूप गड्ढों ने न्यूटन के तृतीय नियम को सिद्ध करने हेतु उन में भरा पानी जोर से उछाला जो वैन(हवा की पुत्री ठहरी=मारुती ओमनी)..
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शूल कुछ ऐसे, पगो में चेतना की स्फूर्ति भरते, तेज़ चलने को विवश करते, हमेशा जबकि गड़ते, शुक्रिया उनका कि वे पथ को रहे प्रेरक बनाए, किन्तु कुछ ऐसे कि रुकने के लिए मजबूर करते, और जो उत्साह का देते कलेजा चीर, ऐसे कंटकों का दल तुझे दलना पड़ेगा ही, मुसाफिर ; साँस चलती है तुझे चलना पड़ेगा ही मुसाफिर!