नेट प्रेक्टिस में नए-नए शॉट्स का अभ्यास करते सचिन ने घोषणा की-“ मै अभी खेलना नही छोडूंगा ” और उनके आंकडों की दिशा बदलना शुरु हो गई! कहते हैं कि आंकडे झूठ नही बोलते, लेकिन रैंकिन के ये आंकडे कलात्मकता का पैमाना भी तो नही! सचिन के खेल की दर्शनीयता-क्या कहने, पहले से और बढ गई-सोचता हूँ, अब अगर डॉन ब्रेडमन उन्हे दोबारा देखते तो क्या कहते!