इसके पूर्व पी 0 सी 0 डी 0 एफ 0 (दुग्ध विकास विभाग) द्वारा कृषि उत्पादन आयुक्त के समक्ष प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि 0 5 लाख लीटर दैनिक क्षमता के अत्याधुनिक दुग्धशाला की स्थापना के लिए 25 एकड़ भूमि की आवश्यकता है, जिसके लिए चकगंजरिया फार्म को चिन्ह्ति किया गया है।
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बछड़ों तथा कटरों के रहने के स्थान को चयनशाला, गाय बैल तथा भेंस के स्थान को गोशला, दूधवाले पशुओं की जगह को दुग्धशाला, साँड़ के स्थान को गोशाला, दूधवाले पशुओं की जगह को दुग्ध्शाला, साँड़ के निवासस्थान को साँड़घर, डेयरी को गव्यशाला, बीमार पशुओं के रहने के स्थान को रोगीगृह आदि कहते हैं।