आज दूरस्थ शिक्षण योजना के अन्तर्गत अध्ययन रत छात्रों के लिए निर्मित सामग्री केवल मुद्रित स्वरूप में ही नहीं बल्कि इसे श्रव्य तथा दृश्य माध्यम-युक्त बनाया जा रहा है ।
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दूरस्थ शिक्षण के छात्र पारंपरिक शिक्षण व्यवस्था में अध्ययनरत छात्रों की तुलना में ऐसे अनेकों शैक्षिक सुविधाओं से वंचित रहते हैं जिसका प्रभाव उनके बौद्धिक विकास पर पड़ता है ।
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इसके अलावा दूरस्थ शिक्षण पध्दति से किए जाने वाले कोर्सेस, उनके सिलेबस उसमें लगने वाला समय, सर्टिफिकेट कोर्सेस, कोर्स पूरा होने पर कैरियर की संभावनाएं इन सबकी जानकारी दी गयी है।
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संपर्क कार्यक्रम के द्वारा शिक्षार्थी अपने दूरस्थ शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित संपर्क कक्षाओं में उपस्थित होकर पाठ्यांश संबंधी संदेहों के निवारण के साथ साथ चर्चा परिचर्चा द्वारा विषय की विस्तृत जानकारी हासिल कर सकता
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ग्वालियर. इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) एवं भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय द्वारा संचालित दूरस्थ शिक्षण पद्धति की तर्ज पर जीवाजी विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षण संस्थान ने भी देशभर में नेटवर्क फैलाने की योजना बनाई है।
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ग्वालियर. इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) एवं भोज (मुक्त) विश्वविद्यालय द्वारा संचालित दूरस्थ शिक्षण पद्धति की तर्ज पर जीवाजी विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षण संस्थान ने भी देशभर में नेटवर्क फैलाने की योजना बनाई है।
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अधिकतर दूरस्थ शिक्षण प्रतिष्ठानों में छात्रों के लिए संपर्क कार्यक्रम अनिवार्य नहीं होते बल्कि ऐच्छिक होते हैं इसलिए कुछ विषयों में (विशेषकर विज्ञानेतर विषयों में) संपर्क कार्यक्रमों में प्रतिभगी छात्रों की संख्या अत्यल्प होती है ।
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व्यावसायिक शिक्षा के लिए उपग्रह आधारित दूरस्थ शिक्षण प्रणाली श्रम तथा रोजगार मंत्रालय के अधीन रोजगार तथा प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीईटी) ने परीक्षण के तौर पर व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में उपग्रह आधारित दूरस्थ शिक्षण प्रणाली शुरू की है ।
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व्यावसायिक शिक्षा के लिए उपग्रह आधारित दूरस्थ शिक्षण प्रणाली श्रम तथा रोजगार मंत्रालय के अधीन रोजगार तथा प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीईटी) ने परीक्षण के तौर पर व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में उपग्रह आधारित दूरस्थ शिक्षण प्रणाली शुरू की है ।
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व्यावसायिक प्रशिक्षण क्षेत्र में दूरस्थ शिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्रीमती पिल्लै ने कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रों में भी अत्यंत कम समय में इस प्रणाली से व्याख्यान तथा पाठकक्रम प्रसारित किए जा सकते हैं ।