जैसा कि अब आप जानते हैं, आपकी दृष्टि- आपकी पृष्ठभूमि या अतीत का प्रेक्षण या अनुमान है, या परिस्थितियों द्वारा संभावनाओं को देखना है, और यह ही वह अनुमान या संभावनाएं हें जो आपने अनुभव किये हैं।
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किवंदती प्रधान दृष्टि- इस दृष्टिकोण के लोग किंवदंतियों, श्रुति परंपरा से इधर उधर से कई सूचनाओं के आधार पर धर्म, संस्कृति या किसी भी ग्रंथ के बारे में अपनी स्वयंभू धारणाएं विकसित कर लेेते हैं ।
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तोलस्तोय की बेधक दृष्टि- बाह्यातंर तक सब कुछ जान लेने की क्षमतावाली दृष्टि…के विषय में उनके कई मित्रों ने अपने संस्मरणों में उल्लेख किया है, लेकिन उसमें पर-दुखकातरता थी. उनका हृदय अपने मित्रों, परिचितों, परिजनों और गरीब किसानों के प्रति अगाघ प्रेम से ओतप्रोत था.
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तोलस्तोय की बेधक दृष्टि- बाह्यातंर तक सब कुछ जान लेने की क्षमतावाली दृष्टि … के विषय में उनके कई मित्रों ने अपने संस्मरणों में उल्लेख किया है, लेकिन उसमें पर-दुखकातरता थी. उनका हृदय अपने मित्रों, परिचितों, परिजनों और गरीब किसानों के प्रति अगाघ प्रेम से ओतप्रोत था.
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इस लिपि का यह एक अवगुण भी है किंतु स्थान कम घेरने की दृष्टि से यह विशेषता भी है, जैसे-देवनागरी लिपि में ' कमल ' तीन वर्णों के संयोग से लिखा जाता है, जबकि रोमन में छ: वर्णों का प्रयोग किया जाता है! 5) सुपाठन एवं लेखन की दृष्टि- किसी भी लिपि के लिए अत्यन्त आवश्यक गुण होता है कि उसे आसानी से पढ़ा और लिखा जा सके इस दृष्टि से देवनागरी लिपि अधिक वैज्ञानिक है।