| 31. | गरीब-भिक्षुक से लेकर धनपति श्रेष्ठी एवं नरपति सम्राट सभी उनसे स्वास्थ्य का आशीष पाते थे।
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| 32. | हिन्दी के आदि महाकाव्य पृथ्वीराज रासो [75] तथा वीसलदेव रास[76] नरपति नाल्ह) में गंगा का उल्लेख है।
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| 33. | इस रचना में उन्होंने स्वयं को कहीं “ नरपति ” लिखा है और कहीं “ नाल्ह ” ।
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| 34. | नरपति एक सिंहासन सोइया, सपने भया भिखारी अछत राज बिछुरत दुखु पाइया, सो गति भई हमारी।
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| 35. | जनक के सामन नरपति न हुआ, न होगा, न है ; जिनकी पुत्री सर्वमंगलमयी जानकीजी हुईं।।
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| 36. | उपर्युक्त पुस्तकों में ' नरवइ बोध ' के नाम (नरवइ त्र नरपति) में ही अपभ्रंश का आभास है।
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| 37. | हे नरपति! यदि तुम ब्राह्मणों को वश में कर लो, तो ब्रह्मा, विष्णु और महेश भी तुम्हारे अधीन हो जाएँगे॥2॥
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| 38. | रवीन्द्र मनस्वी कवि थे, वे कभी किसी विदेशी नरपति की स्तुति में इतना मनोहर गान लिख ही नहीं सकते थे।
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| 39. | देश-देश के नरपति हाथी, घोड़े और रथों की ध्वनि से पृथ्वी को मुखरित करते हुए सज-धजकर विदर्भ देश में पहुँचने लगे।
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| 40. | इस तरह दलपति विजय, नरपति नाल्ह, बरदाई और नल्लसिंह भाट की रचनाओं को भी “डिंगल” साहित्य में मान लेना अवैज्ञानिकता है।
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