| 31. | कारण के बारे में आरंभवाद का सिद्धांत निमित्त कारण को महत्व देता है।
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| 32. | समवायि और असमवायि से भिन्न अन्यथासिद्धशून्य सभी कारण निमित्त कारण कहे जते हैं।
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| 33. | अतः सर्वज्ञ चेतन ईश्वर इस जगत् के निमित्त कारण एवं प्रायोजक कर्ता हैं.
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| 34. | सूत्रकार ने यह भी कहा कि अन्य कार्यों का निमित्त कारण काल है।
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| 35. | ब्रह्म को जगत् के उत्पत्ति, स्थिति तथा प्रलय का निमित्त कारण बताए हैं।
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| 36. | इनके अनुसार सृष्टि रचना में परमाणु उपादान कारण और ईश्वर निमित्त कारण है।
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| 37. | अतः सर्वज्ञ चेतन ईश्वर इस जगत् के निमित्त कारण एवं प्रायोजक कर्ता हैं।
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| 38. | अतः सर्वज्ञ चेतन ईश्वर इस जगत् के निमित्त कारण एवं प्रायोजक कर्ता हैं।
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| 39. | कारण के बारे में आरंभवाद का सिद्धांत निमित्त कारण को महत्व देता है।
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| 40. | की भावना कर्ता या केवल निमित्त कारण के रूप में भी सृष्टिवर्णन में
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