एक देश के दूसरे देश पर प्रभुत्व अथवा आंतरिक क्रांति से भी सत्ता-शिखर पर उथल-पुथल हो सकती है, इससे जो शासक हैं, वे शासित होकर निम्नस्थ स्थिति में पहुंच सकते हैं, दूसरी और परिस्थितियों का साथ मिलने पर शासित स्वयं को शासक अभिजन के रूप में स्थापित कर सकते हैं.
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इस ब्रम्हांड में अन्य वर्ग की शक्तियों का भी वास है, जिनसे हमारी सभ्यता प्रभावित होती रहती है,इन उच्चस्थ या निम्नस्थ वर्ग की शक्तियों को अपने अनुकूल बना कर मनोवांछित लाभ पाया जा सकता है.साबर मन्त्रों में बहुत से ऐसे मंत्र हैं जो बहुत से अलग अलग कार्यों के लिए प्रयुक्त होने हैं.निम्न मंत्र जहाँ उपरोक्त शक्तियों को पूर्ण रूप से वश में करने के काम आता है वही ये सामान्य मनुष्य के लिए भी तीव्र प्रभावकारी है.