| 31. | फुल की किसी एक पंखुडी में, किसी एक जगह पर सुगंध छिपी हुई है, ऐसा नहीं कह सकते ।
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| 32. | This entry was posted on September 21, 2009 at 5:29 pm and is filed under पंखुडी कुमारी, હિન્દી ગીત.
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| 33. | याद में उसकी लबे हैं पंखुडी जैसी जहाँ गुलाब महकता है एक लहर है नजरों में जिस पर समंदर बहकता है
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| 34. | येन त्वयाभारततैलपूर्ण: प्रज्वालितो ज्ञानमय: प्रदीप: ॥ खिले हुए कमल की पंखुडी के समान बडे-बडे नेत्रों वाले महाबुद्धिमानव्यासदेव!
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| 35. | लेकिन बाजी मार ले गई है परी और पंखुडी की तसवीर! 'राबिता की कमी'वाले शेरों में कमी क्या है समझ नहीं आया.
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| 36. | सुमन का यौवन कि पंखुडी का कटाव इस द्वैत का समस्त भाव संपूर्ण रूप का ये इक छल हर उर बांधे....हर पल-पल..........
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| 37. | * चमेली की पंखुडी को आप अपने चेहरे पर लगाएँगे तो यह आपके मुहाँसे से भरे चेहरे पर ठंडक का काम करेगी।
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| 38. | कहते हैं कमल की पंखुडी तथा पत्ते पर जल बिन्दु नहीं ठहरता, पानी में रहते हुए भी पानी से अलिप्त, बिलकुल अनासक्त।
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| 39. | कमल पुष्प की नौ पंखुडियों के बीच की पंखुडी पर अखिल ब्रांड का प्रतीक, सभी मंगल मंत्रे का मूलाधार की स्थापना है।
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| 40. | सुमन का यौवन कि पंखुडी का कटाव इस द्वैत का समस्त भाव संपूर्ण रूप का ये इक छल हर उर बांधे....हर पल-पल.......
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