ये चर्म या त्वचा रोग हैं फोड़े फुंसी, दाद, खाज खुजली, शीतपित्ती, चकते पड़ना, वात रक्त, पामा, योनिकण्डु, राँगन, कुष्ठ आदिहैं।
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अश्म कसीस या फेरस सल्फेट (ferrous sulphate) तथा माक्षिक (pyrites) का उपयोग अनेक रोगों (जैसे-दाद या पामा, कुष्ठ, योनिरोग आदि) में बताया गया है।
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पामा पुजारी (अतिरिक्त आरोप यह भी था कि उन्होंने नरगुन्द के प्रमुख को यह प्रदर्शित किया कि देवी ने घोषित किया है कि प्रमुख ब्रिटिश सरकार के विरूद्ध युद्ध करके सफलता प्राप्त करेंगे।)
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सूर्य जिस प्रकार संसार की सारी मलनिता गन्दगी को नष्ट करता है उसी प्रकार आक पामा, दाद चर्मदल (चम्बल) तथा भयंकर गन्दे कुष्ट आदि रोगों को नष्ट करने वाला है ।
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१ ९ ६ ५ में मधेपुरा क्षेत्र के पामा गाँव में हरिजनों पर सवर्णों एवं पुलिस द्वारा अत्याचार पर वे विधानसभा में गरजते हुए कांग्रेस को छोड़ सोशिअलिस्ट पार्टी में आ चुके थे.
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इनमें से सात महाकुष्ठ और ग्यारह क्षुद्र्कुष्ठ-सब मिलाकर अठारह (१ ८) प्रकार के कुष्ठ रोग होते हैं जिनमें कन्डू (पामा) खुजली, दाद, चम्बल भी सम्मिलित हैं ।
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हल्दी, हरड़, बावची, करंज के बीज, बायबिडंग, सेंधानमक और सरसों को पीसकर लेप करने से ` पामा ' ` दाद ' और ` सफेद कोढ़ ' रोग समाप्त हो जाता है।
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अब इसमें तेल और 2 लीटर पानी मिलाकर तेल सिद्ध कर लें, इस तेल को लगाने से खाज, खुजली, पामा आदि चर्म रोग दूर होते हैं तथा बवासीर के मस्सों पर बराबर लगाने से वे सूखकर झड़ जाते हैं।
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इसके अलावा एरिआशि कहते हैं पीछे गर्दन के पास वाले बालों को, और मोमिआगे कहते हैं “कनपटी के बाल या कलम” को । अगर आपको बाल “पर्म” करवाने हों तो कहिए पामा ओ ओनेगाइ शिमासु यानी “पर्म करवाना है” ।