जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ लल्लन प्रसाद ने आज राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला स्तरीय सास-बहू सम्मलेन का आयोजन किया जिसमे जिलाधिकारी मिनिस्ती एस के अलावा मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ पिके पोरवाल, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राजवीर सिंह, होम्योपैथिक अधिकारी डॉ अग्रवाल आदि ने भाग लिया|
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कोई काम करना नही चाहता और करें भी क्यों अरे सरकारी नोकरी में भी आकर अगर काम करना पड़े तो लानत हे ऐसी जिंदगी पे इसीलिये समझदार लोग गम का घुंट पिके रह जाते हें उन्हें मालुम हे किसके पास जाओगे किसको शिकायत करोगे साला जिस किसी कि भी पूंछ उठाओगे मादा निकलेगा
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.......कोई काम करना नही चाहता और करें भी क्यों अरे सरकारी नोकरी में भी आकर अगर काम करना पड़े तो लानत हे ऐसी जिंदगी पे इसीलिये समझदार लोग गम का घुंट पिके रह जाते हें उन्हें मालुम हे किसके पास जाओगे किसको शिकायत करोगे साला जिस किसी कि भी पूंछ उठाओगे मादा निकलेगा
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अपना देश में विदेशी नक़ल के भुत कपारे प एतना जमी के बैठी गइल बा की पछिम के पिछलग्गूपन करते हुए हमनिका ३१ दिसम्बर के रात के किकुरा देबे वाला ठण्ड में नव वर्ष (हैप्पी न्यू इयर) कांपी कांपी के मनावल(पटाका फोरी के, चिचिया के, कहीं कहीं फुहर नाच, शराब पिके) शुरू क देले बानी जा.
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या शेतीत राब राब राबुन घाम गाळुन तो शेतात पिक घेतो शेतात राबताना अनेक शेतकरी नवनवे प्रयोग करतात या प्रयोगातुन आपला विकास साधतात. वेग वेगळी पिके, पिके घेण्याची पदत,त्याची अन्तरमशागत,त्याना पाणि देण्याची पदत अशा विविध पातळ्यावर अनेक शेतकारी यशयस्वी प्रयोग करीत असतात.हे त्याचे व्ययक्तीक यश असत.या यशाची दखल्ल घेवुन ही माहीती ईतर शेतक-या पर्यत पोहचवीण्यासाठी “ई-चौपाल” च्या पड्द्यावर शेतक-याची ओळख या सदरात पाहावयास मिळेल.