| 31. | पटना जिले के इस गांव में 1980 में पिछडी जाति के दबंगों ने 14 दलितों की हत्या कर दी थी।
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| 32. | वाल्मिकी रामायण (एक पिछडी जाति के लेखक) ने इसका कोई उल्लेख नही किया है, ना ही एक ब्राम्हण लेखक तुलसीदास ने ।
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| 33. | पीपरा पटना जिले के इस गांव में 1980 में पिछडी जाति के दबंगों ने 14 दलितों की हत्या कर दी थी।
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| 34. | आरक्षण की व्यवस्था के अनुसार महिलाओं में अति पिछडी जाति की महिला, मतलब महिलाओं में भी जातिवाद का जहर ।
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| 35. | जिसमें अनुसूचित जाति 166, अनुसूचित जनजाति 1 पिछडी जाति 179, अल्पसंख्यक 64, तथा सामान्य 170 लोग लाभान्वित हुए।
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| 36. | नोंही-नागवान साल 1989 में जहनाबाद जिले के नोंही-नागवान जिले में 18 पिछडी जाति के लोगों और दलितों की हत्या कर दी गई।
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| 37. | इससे पूर्व अन्य पिछडी जाति प्रमाण पत्र तहसील लोहाघाट से जारी किये जाते थे, जिनकी पत्रावली तहसील कार्यालय लोहाघाट में सुरक्षित हैं।
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| 38. | इसमे ५ ६ % केवट व मल्लाह, १ ५ % अनुसूचित जाति व १ ० % पिछडी जाति के लोग हैं.
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| 39. | औरंगाबाद जिले के देलेलचक-बघौरा गांव में 1987 में पिछडी जाति के दबंगों ने कमजोर तबके के 52 लोगों की हत्या कर दी थी।
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| 40. | औरंगाबाद जिले के देलेलचक-भगौरा गांव में 1987 में पिछडी जाति के दबंगों ने कमजोर तबके के 52 लोगों की हत्या कर दी थी।
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