रखा (लखनऊ से केवल इतना सम्बन्ध था कि पांच साल पहले अपना पित्ता निकलवाने के सिलसिले में दो सप्ताह के लिये अस्पताल में लगभग अर्धमूर्छित हालत में रहे थे) फिर उसमें एक विराट संकलन भी मिला दिया।
32.
६ मास में एक बार ७ दिन तक इसका प्रयोग करते रहेंए उल्टा-सीधा न खाएं (चायए कॉफी, जंक फूड) तो अम्ल पित्ता (हाईपर ऐसिडिटीए खट्टा पानी आना, बदहजमी) पूरी तरह सदा के लिए ठीक हो जाएगी।
33.
सखी तुम विश्वास मानो कि मेरे इसी चेहरे ने बड़े से बडे़ वीरों का पित्ता पानी कर दिया है और मैं अपने प्रेम की सौंगंध खा कर कहता हूँ कि इसी मुख को मेरे देश की परम सुन्दरी युवतियाँ भी चाहती हैं।
34.
उदाहरण के तौर पर अगर किसी से सुनें कि उस ने लैप-कोली करवाई है तो उस का मतलब है कि उस का पित्ता (gall bladder) लैपरोस्कोपी के द्वारा निकाल दिया गया है-लैपरोस्कोपी को ब्रीफ में कह देते हैं...
35.
इसी लिहाज से अपनी अधूरी आद्योपान्त किताब का नाम ' ख़ुमख़ाना-ए-मख़मूर कानपुरी सुम लखनवी' रखा (लखनऊ से केवल इतना सम्बन्ध था कि पांच साल पहले अपना पित्ता निकलवाने के सिलसिले में दो सप्ताह के लिये अस्पताल में लगभग अर्धमूर्छित हालत में रहे थे) फिर उसमें एक विराट संकलन भी मिला दिया।
36.
” ” खतम कैसो हो गिये … बीड़ी तू नीं पित्ता, सिरकट तू नीं पित्ता! ” मुझे मालूम था कि सुनकर बाबूजी को तकलीफ होगी, लेकिन कहे बिना रहा नहीं गया, ” पीता क्यों नहीं! सिगरेट भी पीता हूं, और भी दस तरह के खर्च रहते हैं।
37.
” ” खतम कैसो हो गिये … बीड़ी तू नीं पित्ता, सिरकट तू नीं पित्ता! ” मुझे मालूम था कि सुनकर बाबूजी को तकलीफ होगी, लेकिन कहे बिना रहा नहीं गया, ” पीता क्यों नहीं! सिगरेट भी पीता हूं, और भी दस तरह के खर्च रहते हैं।
38.
इसी लिहाज से अपनी अधूरी आद्योपान्त किताब का नाम ‘ ख़ुमख़ाना-ए-मख़मूर कानपुरी सुम लखनवी ' रखा (लखनऊ से केवल इतना सम्बन्ध था कि पांच साल पहले अपना पित्ता निकलवाने के सिलसिले में दो सप्ताह के लिये अस्पताल में लगभग अर्धमूर्छित हालत में रहे थे) फिर उसमें एक विराट संकलन भी मिला दिया।
39.
आप्रेशन के दौरान गाल-बलैडर (gall bladder-पित्ते) को लिवर से अलग किया जाता है (सब कुछ दूरबीन से देख कर ही किया जाता है) और एक बार जब यह पित्ता फ्री हो जाता है तो उसे उन छोटे-छोटे कट्स में से किसी एक कट् के रास्ते से बाहर खींच लिया जाता है.....
40.
अमानत जी, आप जैसे विचारों वाले लोग आज भी भारत में हैं फिर हम हिदू और मुसलिम अलग अलग कैसे? हम भारत विभाजन के बाद पाकिस्तान से विस्थापित हो कर आये हमें तो पत्ता नहीं, पर पित्ता जी कहा करते थे की हमारा मुसलमानों से भाईयों जैसा ही सम्बन्ध था बिछुड़ने के समय हम और मुसलमान बहूत रोये थे.