| 31. | यह फल एक ही पुष्प जिसमे कई साधारण पुंकेसर हो, से विकसित होते हैं।
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| 32. | कुछ मामलों में, बाह्यदल (सेपल), दल (पंखुड़ी या पेटल) और/या पुंकेसर और वर्तिका झड़ जाते हैं।
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| 33. | नर पुष्प में तीन पुंकेसर होते हैं जिनमें दो एक जोड़ा बनाकार एवं तीसरा स्वतंत्र रहता है।
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| 34. | नर पुष्प में तीन पुंकेसर होते हैं जिनमें दो एक जोड़ा बनाकार एवं तीसरा स्वतंत्र रहता है।
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| 35. | यूफ़ोरबिया के नर पुष्प में एक नग्न पुंकेसर होता है तथा उसके वृंत पर जोड़ होता है।
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| 36. | अधिकांश कई या पुंकेसर अतिरिक्त पंखुड़ियों में उत्परिवर्तित होने के सब के साथ डबल-फूल रहे हैं.
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| 37. | नालपरिपुष्प (ऐंथेस्टिमा ए.जुस.) के नर फूल में एक ही पुंकेसर होता है और यह परिदलपुंज (कैलिक्स) युक्त होता है।
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| 38. | इसके गुलाबी पुष्प जिसमे गुलहड की भाति पांच दल होते है और उसी तरह का परागकणों से लदा पुंकेसर.
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| 39. | यह उभयलिंगी होते हैं, अर्थात कुछ में पुंकेसर व स्त्रीकेसर, दोनों होते हैं और कुछ में सिर्फ़ पुंकेसर होते हैं।
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| 40. | यह उभयलिंगी होते हैं, अर्थात कुछ में पुंकेसर व स्त्रीकेसर, दोनों होते हैं और कुछ में सिर्फ़ पुंकेसर होते हैं।
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