English मोबाइल
साइन इन साइन अप करें
हिंदी-अंग्रेजीh > पैगंबरी" उदाहरण वाक्य

पैगंबरी उदाहरण वाक्य

उदाहरण वाक्य
31.इन मजहबों से संपर्क, संवाद और संघर्ष के फलस्वरूप हिन्दू और जापान की शिंतो परंपरा जैसी बहुदेववादी परंपराओं में भी इस शुभाशुभ के बीच दो टूक विभाजन मानने वाले पैगंबरी टेंपरामेंट ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली.

32.यहूदियों ने अनेक बार सवाल किए जिनके जवाब “ सिर्फ अल्लाह जानता है ” या ऐसे दिए कि उन्हें यकीन हो गया कि पैगंबर “ फेक ” या फेंकू है और यहूदी पत्नी तो साबित कर ही दिया कि पैगंबरी झूठी थी।

33.उसने पैगंबरी का दावा तो नहीं किया, पर उसके मन में यह भावना दृढ़ हो गयी थी ; इसलिये जब आज एक युवक ने प्राणों का मोह छोड़कर उसकी कीर्ति का परदा खोल दिया, तो उसकी चेतना जैसे जाग उठी।

34.इसी से उनके तथा ' निर्गुणवाद ' वाले और दूसरे संतों के वचनों में कहीं भारतीय अद्वैतवाद की झलक मिलती है तो कहीं योगियों के नाड़ीचक्र की, कहीं सूफियों के प्रेमतत्व की, कहीं पैगंबरी कट्टर खुदावाद की और कहीं अहिंसावाद की।

35.देवनागरी के अंकों को अंतरराष्ट्रीय अंको से परिवर्तित करने के लिए संबद्ध समर्थकों द्वारा जिस क्रांतिकारी आकुलता और पैगंबरी आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया जा रहा है, उस प्रक्रिया में वे जितने तर्क जुटा सकते हैं उससे कई गुणा बेहतर तर्क समर्थन में पहले से मौजूद हैं।

36.पहली शाखा भारतीय ब्रह्मज्ञान और योगसाधना को लेकर तथा उसमें सूफियों के प्रेमतत्व को मिलाकर उपासना के क्षेत्र में अग्रसर हुई और सगुण के खंडन में उसी जोश के साथ तत्पर रही जिस जोश के साथ पैगंबरी मत बहुदेवोपासना और मूर्तिपूजा आदि के खंडन में रहते हैं।

37.दूसरी बात यह होने जा रही है कि अब ये संकट ज्यादा आवत्र्तिता के साथ होंगें, आने वाली पूरी सदी में माक्र्स-जहां तक आर्थिक विश्लेषण की बात है क्लासिक ढंग से और कह लें कि पैगंबरी ढंग से सच प्रमाणित होने जा रहे हैं.

38.* ये है खुलफ़ा ए राशदीन और उनके रिश्ते दारों के पोल खाते जिनके नाम के साथ जाने क्या क्या लक़ब फ़सिक़ ओलिमा आपको जोड़ने पर मजबूर करते हैं, ख़ास कर अली ऐंड कंपनी उस ज़माने से लेकर आज तक मुहम्मद की पैगंबरी को भुना रहे हैं.

39.“ जिस व्यक्ति ने यह अक़ीदा रखा कि यहूद व नसारा एक सही दीन पर हैं तो वह काफिर है, यद्यपि वह इस्लाम के सभी प्रावधनों पर अमल करने वाला ही क्यों न हो, और वह नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के ईश्दूतत्व (पैगंबरी) को सामान्यता झुठलाने वाला है।

40.और हर प्रकार की बिदअत में गंभीरता पाई जाती है ; क्येंकि यह ईश्दूतत्व और संदेष्टता (पैगंबरी) की आलोचना पर आधारित है, इसलिए कि बिदअत का मतलब यह हुआ कि पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने शरीअत को मुकम्मल तौर से नहीं पहुँचाया है, जबकि अल्लाह तआला कुरआन के अंदर फरमा रहा है किः

  अधिक वाक्य:   1  2  3  4  5
अंग्रेज़ी→नहीं। नहीं।→अंग्रेज़ी