में आज भी अपनी बातो पर कायम हूँ आप लिखते रहे चाहे किसी को पसंद हो या ना हो अरे किसी से क्या करना है में तो कभी नहीं चाहता कि मेरा ब्लॉग कोइ पढ़े क्या जरूरत है अपने लिए और सिर्फ अपने लिए में लिखता पढ़ता हूँ....वरना जो तटस्थ है समय लिखेगा उनके भी अपराध..........हम जानते है ना. बहुत प्यार सहित संदीप नाईक देवास से.....