बहुत से यौगिक ठोस, गलन, गैसीय या विलयन अवस्था में भी प्रकाशत: सक्रिय होते हैं, जैसे ग्लूकोज़, टार्टरिक अम्ल आदि।
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बहुत से यौगिक ठोस, गलन, गैसीय या विलयन अवस्था में भी प्रकाशत: सक्रिय होते हैं, जैसे ग्लूकोज़, टार्टरिक अम्ल आदि।
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सर्वप्रथम ज्ञात, प्रकाशत: सक्रिय पदार्थ स्फटिक ही है, जिसके क्रिस्टल दो प्रकार के, एक दक्षिणवर्त और दूसरा वामावर्त, होते हैं।
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सर्वप्रथम ज्ञात, प्रकाशत: सक्रिय पदार्थ स्फटिक ही है, जिसके क्रिस्टल दो प्रकार के, एक दक्षिणवर्त और दूसरा वामावर्त, होते हैं।
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यह पाया गया कि केवल वे ही क्रिस्टल तथा अणु, जिनके दर्पण प्रतिबिंब अध्यारोपित (superimpose) नहीं होते, प्रकाशत: सक्रिय होते हैं।
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(5) वरणात्मक अवशोषण (Selective absorption)-प्रकाशत: सक्रिय पदार्थों का वरणात्मक अवशोषण किसी विशेष प्रकाशत: सक्रिय अवशोषक द्वारा हो सकता है।
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(5) वरणात्मक अवशोषण (Selective absorption)-प्रकाशत: सक्रिय पदार्थों का वरणात्मक अवशोषण किसी विशेष प्रकाशत: सक्रिय अवशोषक द्वारा हो सकता है।
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सक्रिय प्रतिबिंब रूप होते हैं और तीसरा अंत: प्रतिकारित (internally compensated) निष्क्रिय होता है और इनका विभेदन प्रकाशत: सक्रिय रूपों में नहीं हो सकता।
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लैक्टिक अम्ल के अध्ययन में देखा गया है nकि लैक्टिक अम्ल तीन प्रकार का होता है, दो प्रकाशत: सक्रिय और एक प्रकाशत: निष्क्रिय।
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लैक्टिक अम्ल के अध्ययन में देखा गया है nकि लैक्टिक अम्ल तीन प्रकार का होता है, दो प्रकाशत: सक्रिय और एक प्रकाशत: निष्क्रिय।