पोजीट्रॉनियम उस प्रकार का कण है जिसका निर्माण इलेक्ट्रॉन तथा उसके प्रति कण (ऐंटी पार्टिकिल) पॉजीट्रॉन के आपस में संयुक्त होने के फलस्वरूप होता है।
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अगर मूल कणों का प्रति कण अस्तित्वा में है तो प्रति परमाणु, प्रति अणु और फिर प्रति पदार्थ (एंटी मैटर) भी अस्तित्व में होना चाहिये.
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कहा जासकता है)-आधुनिक विज्ञान में पुरुष तत्व की कल्पना नहीं है, ऊर्जा ही सब कुछ है, कण व प्रति कण सभी ऊर्जा हे हैं, जो देवी भागवत के विचार, देवी-आदि-शक्ति ही समस्त सृष्टि की रचयिता है-के समकक्ष है)
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प्रत्येक कण के लिए सृष्टि में एक प्रति कण मौजूद है. सीनों-निम् है तो एन्तिनिम भी है.इलेक्ट्रोनहै तो पोजिटिव इलेक्ट्रोन (पोजीत्रोंन,इलेक्ट्रोन विद ए पोजिटिव चार्ज)भी है.प्रोटोन के लिए एंटी-प्रोटोन है ।न्युत्रोंन के लिए एंटी-न्युत्रोंन.ओबामा है तो मिशेल भी है.