| 31. | यह था उस बिंब का जनमानस में बस जाने का प्रमा ण.
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| 32. | विश्वनाथ पंचानन ने विद्या को प्रमा और अविद्या को अप्रमा कहा है।
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| 33. | फलत: अनुभव रूप प्रधान प्रमा का असाधारण कारण प्रमाण होता है।
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| 34. | पश्चातवर्ती नैयायिकों ने प्रमा और प्रमाण में होने वाला अन्तर स्पष्ट किया।
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| 35. | चिन्तन में ज्ञान के भी दो भेद किये हैं: प्रमा एवं अप्रमा।
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| 36. | पश्चातवर्ती नैयायिकों ने प्रमा और प्रमाण में होने वाला अन्तर स्पष्ट किया।
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| 37. | स्वतस्त्व, परतस्त्त्व-ज्ञान के प्रमा और भ्रम दो भेद बताए गए हैं।
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| 38. | अन्यथाख्याति-जन्य सविकल्पक ज्ञान के दो भेद होते हैं-प्रमा और भ्रम।
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| 39. | भारतीय चिन्तन में ज्ञान के भी दो भेद किये हैं: प्रमा एवं अप्रमा।
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| 40. | अन्यथाख्याति-जन्य सविकल्पक ज्ञान के दो भेद होते हैं-प्रमा और भ्रम।
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