| 31. | आसन के दौरान मन को श्वास प्रश्वास एवं शरीर पर केन्द्रित रखना चाहिए.
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| 32. | से तात्पर्य प्रश्वास वायु या वह प्राणवायु जिसे हम बाहर निष्कासित करते हैं
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| 33. | आसन के दौरान मन को श्वास प्रश्वास एवं शरीर पर केन्द्रित रखना चाहिए.
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| 34. | इस योग के दौरान गर्दन के मूवमेंट के अनुसार श्वास प्रश्वास करना चाहिए.
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| 35. | इसका पहला कारण है श्वास-प्रश्वास की क्रिया पर प्रत्यक्ष नियन्त्रण ।
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| 36. | जीवन के प्रथम प्रश्वास का प्रथम लिखित वर्णन भी कहा जा सकता है।
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| 37. | अनुभूति के क्षण की अवधि एक निमिष, एक पल अथवा एक प्रश्वास भी
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| 38. | ऊपर से स्वांस नीचे नाभि तक और प्रश्वास भी नाभि से ऊपर.
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| 39. | इसीलिये श्वास-प्रश्वास गति की इस प्रक्रिया का नाम ' प्राणायाम ' है।
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| 40. | बाहरी वायु का लेना श्वास और भीतरी वायु का बाहर निकालना प्रश्वास कहलाता है।
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