अब अधिकांश वैज्ञानिक प्रसारी ब्रह्माण्ड सिद्धान्त को निर्विवाद मानते हैं यद्यपि उसे भी संपुष्ट करने के लिये आगे बहुत कार्य करना है।
32.
पुराने प्रसारी सिद्धान्त के अनुसार उस अत्यधिक उष्ण तथा घनी स्थिति में कुछ विचित्र कणों तथा पिण्डों का निर्माण होना चाहिये था।
33.
इस तरह की समस्याओं का समाधान करने के लिये 1979 में एलन गुथ ने ‘स्फीति सिद्धान्त ' को पुराने प्रसारी सिद्धान्त में जोड़ा।
34.
अतएव मूल प्रसारी ब्रह्माण्ड सिद्धान्त का इस तरह की अपवाद-सी घटनाओं को समझाने के लिये परिवर्धन किया जा रहा है।
35.
यह समस्त गतियां ‘ प्रसारी ' गतियों के अतिरिक्त हैं, अथार्त प्रसारी गतियों के कारणों से इन गतियों को नहीं समझा जा सकता।
36.
यह समस्त गतियां ‘ प्रसारी ' गतियों के अतिरिक्त हैं, अथार्त प्रसारी गतियों के कारणों से इन गतियों को नहीं समझा जा सकता।
37.
प्रसारी ब्रह्माण्ड सिद्धान्त का विरोध करने वाले वैज्ञानिक उपरोक्त दोनों-अदृश्य-पदार्थ तथा अदृश्य-ऊर्जा का सहारा लेकर प्रसारी-सिद्धान्त को मृतप्राय घोषित करते रहे हैं।
38.
यह प्रसारी सिद्धान्त का एक अकाट्य प्रमाण स्थापित हुआ और अधिकांश विद्वानों ने स्थायी दशा सिद्धान्त के बरअक्स ब्रह्माण्ड के विकास का प्रसारी सिद्धान्त स्वीकार किया।
39.
यह प्रसारी सिद्धान्त का एक अकाट्य प्रमाण स्थापित हुआ और अधिकांश विद्वानों ने स्थायी दशा सिद्धान्त के बरअक्स ब्रह्माण्ड के विकास का प्रसारी सिद्धान्त स्वीकार किया।
40.
इन सिद्धान्तों पर 1922 रूसी गणितज्ञ अलेक्सान्द्र फ्रीडमान ने कुछ गणितीय सूत्रों का निर्माण किया था जिनके द्वारा प्रसारी ब्रह्माण्ड की व्याख्या की जा सकती है।