प्रसूति विज्ञान के माहिर के पास सामान्य प्रसव कराने का न वक्त होता है न नीयत दुनिया भर के प्रसूति विज्ञान के माहिरों के बीच एक चुटकलाक्या साफगोई लोकप्रिय है-सबसे ज्यादा C-section शुक्रवार को होतें हैं.
32.
प्रसूति विज्ञान का एक ही महत्वपर्ूण्ा सूत्र है-सेन्टोजनी रिपीट्स फैलोजनी अर्थात माँ के गर्भाशय में मानव शिशु के पर्ूण्ाता से पहले विन्दु-र्स्पर्म) के रुप मे स्थापित जीव सम्पर्ूण्ा चौरासी लाख योनियों का रुपाकार बदलते-बदलते मनुष्य आकृति प्राप्त करता है ।
33.
स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान महा विद्यालय की एक अमरीकी रिसर्च टीम ने बतलाया है, जो महिलायें सुबह एक प्याला कोफी लेने की अभ्यस्थ हैं वह ऐसा गर्भावस्था में भी बे-खोफ कर सकतीं हैं.पूर्व के अध्धय्यनों में मिस्केरिज का ख़तरा बतलाया गया था ।
34.
स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान से संबंधित देश की सबसे बड़ी संस्था FOGSI के अनुसार, गर्भ और शिशु-जन्म से जुड़ी परेशानियों के कारण देश में हर रोज़ लगभग 300 औरतें मर जाती हैं जबकि इनमें से 90 फ़ीसद से अधिक को बचाया जा सकता है.
35.
सवाल यह है कब दी जाती है प्रसूति को यह शल्य करवाने की सलाह स्त्री-रोग एवं प्रसूति विज्ञान के माहिरों द्वारा? माहिरों के अनुसार ऐसी सलाह निम्न हालातों में दी जा सकती है-(१) जब गर्भ में विकसित शिशु का तौल ३.
36.
सवाल यह है कब दी जाती है प्रसूति को यह शल्य करवाने की सलाह स्त्री-रोग एवं प्रसूति विज्ञान के माहिरों द्वारा? माहिरों के अनुसार ऐसी सलाह निम्न हालातों में दी जा सकती है-(१)जब गर्भ में विकसित शिशु का तौल ३.५ किलोग्राम से ज्यादा हो.
37.
एक प्रसूति विज्ञान के माहिर का सुनाया हुआ यह मज़ाक खासा वजनी है मायने रखता है कि दुनिया भर में सबसे ज्यादा शल्य द्वारा प्रसव C-sections के मामले शुक्रवार को ही निपटाए जातें हैं वजह चिकित्सक सप्ताहांत में कोई बाधा नहीं चाहतें आपातकालीन मामलों को छोड़ जिन्हें वे निपटाते हैं..