[४] राष्ट्रीय प्रयत्नों को प्रोत्साहन [ईन्स्पिरटिओन् ङोर् नटिनल्एङ्ङोर्ट्स्]:--मुद्रा-प्रसार के सन्दर्भ में यह दलील दी जा सकती है कि जिनदेशों के पास पर्याप्त प्राकृतिक साधन होते हैं, उन्हें अपने विकास केलिए स्वयं को ही राष्ट्रीय-स्तर पर प्रयत्न करने चाहिये.
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नीम परिवार के लिए एक जन्म नियंत्रण हेतु परिवार नियोजन के प्राकृतिक साधन के रूप में उपयोगी सिद्ध हुआ हे, और इसकी बनी औषधियां की उपयोगिता WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने भी स्वीकार कर ली हे।
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खनिज और प्राकृतिक साधन संपन्न पाकिस्तान के पश्चिम में स्थित यह क्षेत्र जो बाकी पाकिस्तान को गेंहूं, चांवल, चना, मक्का, कपास और खनिज गैस की आपूर्ति करता है, खुद एक दयनीय स्थित में जी रहा है और दाने-दाने को मोहताज है!
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और मशीन उसी देश के पास अच्छी से अच् छी हो सकेगी, जिस देश के पास जितनी सम्पन्नता होगी और सम्पन्नता उसी देश के पास ज् यादा होगी, जिसके पास प्राकृतिक साधन ज् यादा और जनसंख् या कम होगी।
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आगे का विकास बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता था कि धरती के जिस क्षेत्र में वह निवास कर रहा है वहाँ की धरती, जलवायु, मौसम आदि किस प्रकार के हैं और उसे किस तरह के प्राकृतिक साधन उपलब्ध करा रहे हैं।
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इतने प्राकृतिक साधन नहीं हैं जितने कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले देश को संतुष्ट करने के लिये चाहियें और ऊपर से भारतवासियों की संसाधनों को व्यर्थ करने की मूर्खतापूर्ण आदतें करेले पर नीम चढ़ा वाली कहावत को चिरतार्थ कर रही हैं।
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आगे का विकास बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता था कि धरती के जिस क्षेत्र में वह निवास कर रहा है वहाँ की धरती, जलवायु, मौसम आदि किस प्रकार के हैं और उसे किस तरह के प्राकृतिक साधन उपलब्ध करा रहे हैं।
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खनिज और प्राकृतिक साधन संपन्न पाकिस्तान के पश्चिम में स्थित यह क्षेत्र जो बाकी पाकिस्तान को गेंहूं, चांवल, चना, मक्का, कपास और खनिज गैस की आपूर्ति करता है, खुद एक दयनीय स्थित में जी रहा है और दाने-दाने को मोहताज है!
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जिन लोगों ने मेसोपोटामिया, ग्रीस, एशिया माइनर और दूसरी जगहों पर खेती की ज़मीन हासिल करने के लिए जंगलों को नष्ट कर दिया, उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जंगलों के साथ नमी को सोखने के प्राकृतिक साधन भी खत्म कर वे अपने इन्हीं देशों की वर्तमान दुर्दशा की बुनियाद रख रहे हैं।
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जिन लोगों ने मेसोपोटामिया, ग्रीस, एशिया माइनर और दूसरी जगहों पर खेती की ज़मीन हासिल करने के लिए जंगलों को नष्ट कर दिया, उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जंगलों के साथ नमी को सोखने के प्राकृतिक साधन भी खत्म कर वे अपने इन्हीं देशों की वर्तमान दुर्दशा की बुनियाद रख रहे हैं।