अग्नाशय के चारों ओर तरल पदार्थों के जमाव से उसमें दर्द उत्पन्न हो सकता है, वह संक्रमित हो सकता है, उसमें फटन और रक्तस्राव हो सकता है, वह पित्त नली जैसी संरचनाओं पर दवाब दाल सकता है या उसे अवरुद्ध कर सकता है, जिसके कारण पीलिया हो सकता है, और वह पेट के चारों ओर प्रवास भी कर सकता है.
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मानक की सारणी में सोफासाजी के लिए तीनों ग्रेडों के गुणधर्मों की अपेक्षाएं दीगई हैं, जो निम्नलिखित हैं: चमड़े की मोटाई, फटन सामर्थ्य, नमन सामर्थ्य, प्रकाश के प्रति रंग का पक्कापन, जीनॉन आर्क, कंट्रास्ट ग्रेडिंग न्यूनतम, रंग पक्कापन परीक्षण तीन, फिनिश काचिपकाव, गीली स्थिति में आगे-पीछे घर्षण करने पर रंग पक्कापन, दाब से आपस में नचिपकने का गुण, जलीय निस्सारण का पी एच-इन सभी के परीक्षण की विधियांभी दी गई हैं.
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खेत-खलियानों में हल की धार भोथरी हो गई है कितनी बार-कितनी बार फसल के कट जाने के बाद समय आ गया है, चला भी गया कब का! बीज फल गए हैं फिर तुम क्यूँ रह गए खड़े अकेले-अकेले! दायें और बाएं जली जमीन-भूसा-फसल कट के बाद बचा ठूंट--खेतों की फटन,--शिशिर का जल! ”