इस रोग के कई बुरे लक्षण इस प्रकार हैं-पेट फूलना, आंतों से खून बहना, प्रलाप करना, शरीर का ताप बहुत अधिक बढ़ जाना तथा आंखें फट जाना आदि।
32.
अचानक मुझे देख कर उसे साँस मिली और उठकर उसने कहा, ” शुक्र है, तुम आ गए, नहीं तो हँसते हँसते थोड़ी देर में मेरा तो पेट फट जाना था।
33.
दांत से सम्बंधित लक्षण-दांत में दर्द होना, जीभ के आसपास की त्वचा का फट जाना, जीभ पर सफेद रंग की परत सी छा जाना आदि लक्षणों में कोबाल्ट औषधि बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है।
34.
रिक्शेवालों से गुफ़तगू अपनापन सा लगना इंडिया की बातें उनकी आंखों का चमकना उनकी आवाज़ की उठान मंजिल पहुँचते-पहुँचते दोस्ती हो जाना शुक्रिया मेहरबानी का छिडकाव ये सब तो याद आएगा ही भूलेगा नहीं उतरते वक्त कुरते का कील पर अटक कर फट जाना
35.
विक्रमादित्य चुप क्यों रहे? चुप्पी का कारण था जनता जनार्दन के दिल को ठेस ना पहुंचाना, या सर्व ज्ञाता विक्रमादित्य भी कदाचित इस प्रश्न का उत्तर नहीं जानते थे! अनुचित उत्तर दे कर जग हंसाई झेलने से बजाये, उन्होंने सर फट जाना स्वीक्रित किया।
36.
माहिरों के अनुसार कोटन स्वाब से बाहरी कान कुरेदना साफ़ करना तो ठीक लेकिन अन्दर के कान तक स्टिक डालना मुनासिब नहीं है. ऐसा करने से ईयर वेक्स (कान का कथित मैल) और अन्दर खिसक जाता है.ईयर केनाल तक पहुँच कर ईयर ड्रम को भी क्षतिग्रस्त कर सकता है.इसे ही आम भाषा में कान का पर्दा फट जाना कहतें हैं.