मानो इस महादेश और उस के जन को, और उस के सच को, स्वप्नो को, उम्मीदों को बहुत क़रीब से दिखा देना चाहता हों.
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वह मेरे जीवन की पहली मौत थी, किसी ऐसे को, जिसे मैं बहुत क़रीब से जानती थी, उसे पसंद करती थी, ऐसे की मौत।
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उस पीस में आया मच् छर क् या है, वे लोग भली-भांति समझ जाएंगे, जिन् होंने सत् ता के असली रूपों को बहुत क़रीब से देखा हो.
34.
फ़िर आया 1947 का विभाजन का दौर, इन्होने विभाजन का दर्द सहा था, और इसे बहुत क़रीब से महसूस किया था, इनकी कई कहानियों में आप इस दर्द को स्वयं महसूस कर सकते हैं।
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मैं बहन रेखा जी को ब्लागिस्तान की उन चुनिंदा औरतों में शुमार करता हूं जो एक पुख्ता सोच की मालिक हैं, जिन्होंने ज़िंदगी को बहुत क़रीब से देखा है और बहुत शिद्दत से महसूस भी किया है।
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रेखा जी के शेर पढ़कर ऐसा लगता है जैसे उन्होंने ज़िंदगी को बहुत क़रीब से देखा हो, परखा हो, समजा हो! रेखा जी के कितने ही शेरो पर पूरी-पूरी क़िताब लिखी जा सकती है!
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दिल्ली के हम सभी रीढ़विहीन लोग जो शशिभूषण को बहुत क़रीब से जानने का दावा कर रहे थे, पिछले दस दिनों से इस तरह नज़रें चुरा रहे हैं जैसे-‘‘सबको कुछ न कुछ काम पड़ गया है अचानक!‘‘
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मैनें उन गुर्जर लोगों को बहुत क़रीब से देखा है वो लोग शिक्षा, पॉवर-हर चीज़ में बहुत पीछे है, जब हरिजन जाति को उनकी हालत देख कर एससी कोटा मिल सकता है तो गुर्जरों को एसटी कोटा क्यों नहीं मिल सकता।
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बलराज पाण्डेय ने कहा कि मैंने गया सिंह और काशीनाथ जी के संबंधों को बहुत क़रीब से देखा है मुझे पता था कि ये नाराज़गी एक दिन दूर होगी इसलिए इनमें से किसी से भी मैंने दूसरे की आलोचना नहीं की.
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दिल्ली के हम सभी रीढ़विहीन लोग जो शशिभूषण को बहुत क़रीब से जानने का दावा कर रहे थे, पिछले दस दिनों से इस तरह नज़रें चुरा रहे हैं जैसे-‘‘ सबको कुछ न कुछ काम पड़ गया है अचानक! ‘‘