सबसे बड़ी हार चुनावी क्षेत्र पेशावर (एनए-1) में हुई जहां अनाधिकारिक चुनावी नतीजों में दर्शाया गया कि आवामी नेशनली पार्टी के गुलाम अहमद बिलौर ने अपने पीटीआई प्रतिद्वंद्वी गुल बादशाह को 29,178 वोट हासिल करके हरा दिया।
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इस बीच खैबरपख्तूनख्वा प्रांत के वरिष्ठ मंत्री बशीर बिलौर ने हमले की पुष्टि करते हुए संवाददाताओं को बताया कि हमले के स्थान पर एक गाडी में आग लगी है, लेकिन किसी के मारे जाने की कोई खबर अभी नहीं आयी है।
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बिलौर का ऐलान पाकिस्तान सरकार के लिए एक सिरदर्द बन गया है क्योंकि यह टिप्पणी ऐसे समय में अमेरिकी अखबारों की सुर्खियां बनी है जब पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में शामिल होने के लिए न्यूयार्क जा रहे हैं।
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पूर्व प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ और पूर्व मंत्री गुलाम अहमद बिलौर, फैसल सालेह हयात, अमीर मुकाम, कमर जमां कैरा, फिरदौस आशिक अवान, मियां मंजूर वट्टू सहित कई दूसरे नामचीन नेताओं को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।
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गौरतलब है कि बिलौर ने शनिवार को पेशावर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था, ‘मैं आज ऐलान करता हूं कि पैगंबर मुहम्मद के बारे में बकवास करने वाले इस ईशनिंदक और पापी की जो कोई भी हत्या करेगा, मैं उसे एक लाख डॉलर इनाम दूंगा।''
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मैंने अपने नकाबपोश दोस्त से पूछ ही लिया, “ कौन परदेसी तेरा दिल ले गया, मोटी-मोटी अँखियों मे आँसू दे गया? ” शायद दोस्त ने मुझे देखा ही नहीं, बिना नकाब उठाये ही उसकी मीठी आवाज़ आई, “ मेरे परदेसिया की यही है निशानी, अँखियाँ बिलौर की शीशे की जवानी. ”
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थी [6] और इस्लामाबाद से तेहरान, इरान और इस्तांबुल तक दो सप्ताह के समय में 6,500 कि.मी. (4,000 मील) चलेगी. रेलवे मंत्री गुलाम अहमद बिलौर के अनुसार, कंटेनर ट्रेन सेवा के परीक्षण के बाद एक यात्री रेल भी शुरू की जायेगी.[7] इस बात की भी आशा है कि इस मार्ग द्वारा अंततः यूरोप और केन्द्रीय एशिया के लिए एक मार्ग प्राप्त हो जायेगा और यात्रियों का आवागमन हो सकेगा.[8]
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पहली ट्रेन 20 कंटेनर लेकर गयी थी जिनकी क्षमता 750 t (साँचा: Convert / LT ST) थी [6] और इस्लामाबाद से तेहरान, इरान और इस्तांबुल तक दो सप्ताह के समय में 6,500 कि. मी. (4,000 मील) चलेगी. रेलवे मंत्री गुलाम अहमद बिलौर के अनुसार, कंटेनर ट्रेन सेवा के परीक्षण के बाद एक यात्री रेल भी शुरू की जायेगी.