आदरणीय काकेश भाई, आपके सहृदयता और विनम्रता से मैं अभिभूत हुई.एक साधारण सी टिपण्णी को जो आपलोगों ने मान दिया अब क्या कहूँ.एक बात कहना चाहूंगी कि जब से ब्लॉग जगत से परिचय हुआ और आपलोगों का लिखा पढने का सौभाग्य मिला,इस बेरस के तकनीकी दुनिया से जुड़े होने का अफ़सोस जाता रहा,बल्कि यह लग रहा है कि यदि आई टी फिल्ड से न जुड़ी होती तो कदाचित यह सब देखने पढने कसुअवासर ही न मिलता और मैं इस सुंदर दुनिया से अछूती अनजान रह जाती..