प्रसंगवश, क्या अब यह समय नहीं आ गया है कि ब्लॉगवाणी / चिट्ठाजगत जैसे प्रकल्प दिन-दूनी-रात चौगुनी प्रगति करने के लिए, आवश्यक संसाधनों (पैसा व मानव श्रम दोनों ही-डेडिकेटेड प्रोग्रामर व वेबमास्टर को नियमित नौकरी पर रखकर) को लगातार बनाए रखने के लिए, उन्हें अपना व्यवसायिक रूप अख्तियार नहीं करना चाहिए? अन्यथा ये अपने-अपने मालिकों से रिसोर्सेस ब्लीड करते रहेंगे और, खुदा न करे, किसी दिन बेमौत मर जाएँगे.
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रांची-!-फर्नीशिंग समूह स्कीपर का उदटन रविवार को शॉपर्स मार्ट में हुआ। स्कीपर के उत्पादों की लांचिंग राम लाल मिनोचा ने की। इस अवसर पर शापर्स मार्ट के ऑनर विजय मिनोचा, स्कीपर के एमडी कमलेश अग्रवाल व वेद प्रकाश मिनोचा, सुरेंद्र मोहन उप्पल, प्रेम आर्या, रोशन कुमार सुरीन, मधु महेश्वरी, संतोष जैन, मेजर गुरु दयाल सिंह उपस्थित रहे। मार्ट में स्कीपर के कटनस 99 रु, अपहोलस्टायर ३००, वॉल कवरिंग 65 व ब्लीड एवं ड्रॉपर रॉड्स की कीमत150 रु. से शुरू हंैं। यहां कार्पेट, उडेन फ्लोरिंग आदि भी उपलब्ध हैं।