उपरोक्त जानकारी देते हुए संस्था के सक्रिय सदस्य मनोज मिरानिया ने बताया कि रायगढ़ के लिए गौरव की बात है कि भारत में पहली बार महाराजा श्री अग्रसेन जी के भजन संग्रह की वीडियो सी. डी. का विमोचन रायगढ़ में किया जा रहा है।
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आप की अब तक प्रकाशित पुस्तकों में “ ग़म में भीगी खुशी ” (सिंधी गज़ल संग्रह 2004), “ उड़ जा पँछी ” (सिंधी भजन संग्रह 2007) और “ चराग़े-दिल ” (हिंदी गज़ल संग्रह 2007) शामिल हैं.
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आदरणीय बड़े भैया आपने कवि, गायक एवं संगीतज्ञ श्री शिब्बू दादा के लोक गीत एवं भजन संग्रह “ बिगड़ी मेरी बना दो ” के विमोचन और दादा के बारे में जो जानकारी दी है उस से लगता है कि आप दादा से परिचित भी थे और निकटता भी थी.
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अक्सर ये होता है कि ग़जल गानेवाले भजन गायिकी में इतने उभर के नहीं आ पाते पर जगजीत सिंह ने ये भी कर दिखाया एक से बढ़कर एक आत्मिक शांति देने वाले भजन संग्रह निकल के. कृष्ण भज़नो पे आधारित इनकी भजन श्रंखला काफी लोकप्रिय हुई जैसे मोक्ष, जय राधा माधव, सांवरा, समर्पण, हरे कृष्ण हरे राम, हरे कृष्ण, राधा बल्लभ कुञ्ज बिहारी.
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मेरे एक दोस्त के पापा भगवत भक्ति में लीन रहते हैं और उसी लीनता में वह भजन-कविता गाते रहते हैं| फ़ौज की नौकरी होने पर भी उनका यह क्रम जारी है| अब वो अपने भजनों का एक संग्रह प्रकाशित करवाना चाहते हैं जिसके लिए उनको कई पब्लिशिंग हाउस से संपर्क करना होगा, अपनी कृतियाँ उनको ई-मेल करनी होंगी| कृतियाँ देखने के बाद ही कोई प्रकाशक उनका भजन संग्रह प्रकाशित कर सकता है| पर समस्या यह है कि
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उनकी कृतियों में छत्तीसगढ़ी दानलीला, राजिम प्रेमपियुष, काव्यामृवाषिणी, करूणा पचीसी, एडवर्ड राज्याभिषेक, विक्टोरिया वियोग (सभी काव्य), कंस वध (खंडकाव्य), सीता परिणय, पार्वती परिणय, प्रहलाद चरित्र, ध्रुव आख्यान, विक्रम शशिकला (सभी नाटक), श्रीकृष्ण जन्म आख्यान, सच्चा सरदार (उपन्यास), श्रीराजिमस्त्रोत्रम महात्म्य, स्फुट पद्य संग्रह, स्वीकृति भजन संग्रह, रघुराज भजन संग्रह, प्रलाप पदावली, ब्राह्यण गीतावली और छत्तीसगढ़ी रामायण (अप्रकाशित) आदि प्रमुख है।
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उनकी कृतियों में छत्तीसगढ़ी दानलीला, राजिम प्रेमपियुष, काव्यामृवाषिणी, करूणा पचीसी, एडवर्ड राज्याभिषेक, विक्टोरिया वियोग (सभी काव्य), कंस वध (खंडकाव्य), सीता परिणय, पार्वती परिणय, प्रहलाद चरित्र, ध्रुव आख्यान, विक्रम शशिकला (सभी नाटक), श्रीकृष्ण जन्म आख्यान, सच्चा सरदार (उपन्यास), श्रीराजिमस्त्रोत्रम महात्म्य, स्फुट पद्य संग्रह, स्वीकृति भजन संग्रह, रघुराज भजन संग्रह, प्रलाप पदावली, ब्राह्यण गीतावली और छत्तीसगढ़ी रामायण (अप्रकाशित) आदि प्रमुख है।