कभी मैदानी प्रदेशों पर धावा मारकर जन-स्थानों को उजाड़ना तो कभी एक पर्वत से दूसरे पर्वत पर भागना और इस विपत्ति काल में अपने परिवार का पर्वतीय कन्दमूल फल द्वारा भरण-पोषण करना और अपने पुत्र अमर का जंगली जानवरों और जंगली लोगों के मध्य पालन करना-अत्यन्त कष्टप्राय कार्य था।
32.
भरणी का शाब्दिक अर्थ भरण-पोषण करना है तथा कुछ वैदिक ज्योतिषी इस भरण पोषण का अभिप्राय प्रजनन के समय होने वाले बच्चे के भरण पोषण को मानते हैं तथा इन वैदिक ज्योतिषियों की इस मान्यता के पीछे छिपे कारण को समझने के लिए भरणी नक्षत्र के प्रतीक चिन्ह को समझना आवश्यक है।
33.
क्यों? तीस साल में क्या सारे सिद्धान्त बदल गए? या 1914 में राजनीति में चमकने का अवसर नहीं खोना चाहते थे? नेहरू ने उन्हें बापू कहा तो देश ने राष्ट्रपिता भी मान लिया? क्यों? पिता का कर्तव्य होता है जन्म देने के बाद अपनी संतान का भरण-पोषण करना पर यहाँ तो महात्मा जी ने उसके दो टुकड़े करा डाले।