| 31. | न निकला कुल्ली भाट न बिल्लेसुर बकरिहा
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| 32. | यह नाम से भाट जान पड़ते हैं।
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| 33. | और एक भाट में गहरी दोस्ती थी।
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| 34. | नल्ल सिंह भाट की रचना विजयपाल रासो।
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| 35. | हरिदान अब भी चारणों के भाट हैं।
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| 36. | तो थी हीं, नट-नटी, मागध, सूत, भाट
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| 37. | वहाँ मुझे विचित्र भाट नाम का श्रद्धालु मिला ।
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| 38. | कुल्ली भाट '-उनके दोस्त कुल्ली कि जीवनी।
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| 39. | जगनिक भाट चन्देल नरेश परिमर्दि-परमाल-के आश्रित थे।
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| 40. | भाट एन आयडिया सर जी).
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