वैज्ञानिको के अनुसार श्याम पदार्थ के संभावित उम्मीदवारों की दो श्रेणीयां है जिन्हे माचो (Massive Astrophysical Compact Halo Object-भारी खगोलिय घना मण्डलाकार पिण्ड) तथा विम्प (WIMP-Weakly Interacting Massive Particle कमजोर प्रतिक्रिया वाले भारी कण) कहा जाता है।
32.
२.-एनीहिलेशन (सान्द्रीकरण) स्थिति-कणो के लगातार आपस में दूर-दूर जाने से तापक्रम कम होने लगा एवम हल्के कण एक दूसरे से जुड कर भारी कण बनाने लगे, जो १ ००० मिलियन: १ के अनुपात में बने।
33.
आज की स्थिती मे श्याम पदार्थ की संरचना अबायरानिक कणो, इलेक्ट्रान, प्रोटान, न्युट्रान, न्युट्रीनो जैसे कणों के अलावा, एक्सीआन, WIMP (Weakly Interacting Massive Particles कमजोर प्रतिक्रिया वाले भारी कण जिसमे न्युट्रलिनो भी शामील है), अचर न्युट्रीनो (sterile neutrinos) (१ ०) से बनी हुयी मानी जाती है।
34.
वैसे, इस समय कुछ लोगों को यह प्रश्न सता रहा है कि नये त्वरक में प्रयोगों के दौरान यदि कहीं ऐसा कोई भारी पदार्थकण बना, जिससे ब्रह्मांड में मिलने वाले तथाकथित ब्लैक होल यानी काले विवर बने हैं, तब क्या होगा? ऐसा सुपर भारी कण बनते ही कहीं वह आसपास के अन्य कणों को खींच कर एक लघु ब्लैक होल तो नहीं बन जायेगा? पृथ्वी पर ब्लैक होल! इससे तो सत्यानाश ही पिट जायेगा! वह तो सारी पृथ्वी को निगल सकता है.
35.
४-७. ६, १ ३. ५, १ ३. ६, १ ४. ३, १ ४. ४ जीव-उत्पत्ति के सम्बन्ध में ट्रिपल नुक्लियर फ्यूजन की बात करते है जो इस प्रकार है-++ जब नर-मादा के अपनें-अपनें एटम मिलते हैं तब उन दोनों की अपरा एवं परा प्रकृतियाँ मिलती हैं जो सिंगल फ्युजेंन है और इस फ्युजेंन में आत्मा का कण जब आजाता है तब डबल फ्युजेंन के साथ एक नए जीव के भारी कण का निर्माण होता है ।