परिवारों की पहचान करने के क्रम में अपनाए गए मापदंड:-भूमि हीन कृषि मजदूर, सीमांत किसान, ग्रामीण शिल्पकार / कारीगर जैसे कुम् हार, चमड़ा कारीगर, बुनकर, लोहार, बढ़ई, झुग् गी में रहने वाले तथा अनौपचारीक क्षेत्र में दैनिक आधार पर कार्य करने वाले व् यक्ति जैसे दरबान, कुली, रिक् शा चालक, रेहड़ी वाले, फल-फूल बेचने वाले, सपेरे, कूड़ा उठाने वाले, मोची, बेसहारा और ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में इस तरह के अन् य श्रेणियों के लोग।