कृषि, स् वास् थ् य देखभाल, रसायन और भैषजिकी, नाभिकीय ऊर्जा, खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी, अंतरक्षि प्रौद्योगिकी और अनुप्रयोग, रक्षा अनुसंधान, जैव प्रौद्योगिकी, इलेक् ट्रॉनिकी, सूचना प्रौद्योगिकी और महासागर विज्ञान में सफलता को व् यापक मान् यता मिली है।
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इसके अलावा भारतीय भैषजिकी कंपनियों की बढ़ती हुई संख् या को यूएसएफडीए (अमेरिका), एमएचआरए (यूके), टीजीए, ऑस् ट्रेलिया, एमसीसी, (दक्षिण अफ्रीका), हेल् थ कनाडा, आदि जैसी एजेंसियों से अपने संयंत्रों हेतु अंतरराष् ट्रीय विनियामक अनुमोदन प्राप् त हुए हैं।
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देश की आवश्यकता के अनुसार उपयुक्त ढंग से भैषजिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना जिसमें भारत में भैषजिकी में अनुसंधान और विकास में निवेश के उच्च स्तर को श्रृंखलाबद्ध करने के लिए प्रेरक वातावरण सृजित करके भारत की स्थानिक बीमारियों अथवा उसके संगतों पर विशेष तौर जोर देना
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देश की आवश्यकता के अनुसार उपयुक्त ढंग से भैषजिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना जिसमें भारत में भैषजिकी में अनुसंधान और विकास में निवेश के उच्च स्तर को श्रृंखलाबद्ध करने के लिए प्रेरक वातावरण सृजित करके भारत की स्थानिक बीमारियों अथवा उसके संगतों पर विशेष तौर जोर देना
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जहां तक अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी, वास् तुकला और टाउन प् लानिंग, भैषजिकी, अनुप्रयुक् त कला, एमबीए, एमसीए, होटल प्रबंधन और केटरिंग प्रौद्योगिकी में डिप् लोमा / डिग्री / स् नातकोत्तर डिग्री प्रवेश का संबंध है मानव संसाधन विकास मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाणपत्र की कोई आवश् यकता नहीं है।
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जबकि भारतीय अर्थव् यवस् था के लगभग सभी क्षेत्रों जैसे आवास और रियल एस् टेट पेट्रोलियम रिफाइनरी, दूर संचार, विद्युत, औषधि और भैषजिकी, सड़कें और राजमार्ग आदि में स् वतंत्र रूप से निवेश की अनुमति है, किंतु कुछ क्षेत्र / गतिविधियां हैं, जहां प्रत् यक्ष विदेशी निवेश प्रतिबंधित हैं।
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देश की आवश् यकता के अनुसार उपयुक् त ढंग से भैषजिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना जिसमें भारत में भैषजिकी में अनुसंधान और विकास में निवेश के उच् च स् तर को श्रृंखलाबद्ध करने के लिए प्रेरक वातावरण सृजित करके भारत की स् थानिक बीमारियों अथवा उसके संगतों पर विशेष तौर जोर देना
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देश की आवश् यकता के अनुसार उपयुक् त ढंग से भैषजिकी के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना जिसमें भारत में भैषजिकी में अनुसंधान और विकास में निवेश के उच् च स् तर को श्रृंखलाबद्ध करने के लिए प्रेरक वातावरण सृजित करके भारत की स् थानिक बीमारियों अथवा उसके संगतों पर विशेष तौर जोर देना