इलाहाबाद के पथ पर तोड़ती हुई मजदूरनी का चित्र खिंचा, तुलसी की पत्नी रत्नावली का चित्रण रीतिकालीन नारी विषयक धारणा को तोड़नेवाली के रूप में किया।
32.
' मजदूरनी का दर्द ' समझ पाना और ' दुपहरी की साथी चिड़िया ' के उड़ जाने से सूना महसूस करना, सबके बस की बात नहीं.
33.
AMयह मजदूरनी का बच्चा, वह कर्मचारी(?)का, फिर अफसर का, फिर उद्योगपति का, फिर.... जितनी श्रेणियाँ हैं समाज में उतने तरह के ही बच्चे? उतने ही तरह के बिस्तर।
34.
यह मजदूरनी का बच्चा, वह कर्मचारी(?)का, फिर अफसर का, फिर उद्योगपति का, फिर.... जितनी श्रेणियाँ हैं समाज में उतने तरह के ही बच्चे? उतने ही तरह के बिस्तर।
35.
महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला ने इलाहाबाद में एक मजदूरनी पत्थर तोड़ते हुए देखा तो उनके अंदर का कवि जाग उठा और तोडती पत्थर जैसी कालजयी कविता का सृजन किया.
36.
बलवंत सिंह ने तुरंत कहा, “ अवश्य करा दूंगा. ” उन दिनों एक बोरे की सफाई करने के लिए एक मजदूरनी दो या चार आने लेती थी.
37.
इसमें उन्होंने एक जवान मजदूरनी पर कुदृष्टि डालते ठेकेदार और स्वयं को साक्षी बनाकर उस औरत की मनोदशा और उसे भारत माता की दुर्दशा से जोड़ते हुए अभिव्यक्त किया है.
38.
मजदूरनी ने पेड से लटकी साडी से बने झूले में से एक नन्हे से शिशु को निकाला और वहीं पेड के तने से लग कर बैठ गई और उसे दूध पिलाने लगी.
39.
नानक के यहां एक मजदूरनी भी थी, वह नानक के काम की चाहे न हो मगर उसकी स्त्री के लिए उपयोगी पात्र थी और उसके द्वारा नानक की स्त्री का बहुत काम निकलता था।
40.
' बाई दरद ले ' शीर्षक इस कविता में कवि ऐसी मजदूरनी को संबोधित करता है जिसके नसीब में ' पत्थर तोड़ने वाले दिन थे ' अब वह वलात्कार के बाद माँ बनने जा रही है।