खुरदरे हाथों में दो मणिबन्ध रेखाएं अच्छी शिक्षा का संकेत नहीं देती हैं और उस व्यक्ति में जिज्ञासा अधिक नहीं होती है।
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हाथ के मूल भाग में कलाई के ऊपरी भाग में मणिबन्ध होता है, यह कई रेखाओं की सहायता से घुमावदार रेखा होती है।
33.
तीन मणिबन्ध कहीं से टूटे हुए न हों तो व्यक्ति किसी तकनीकी ज्ञान में कुशल होता है और दूसरे की सहायता करने वाला होता है।
34.
मणिबन्ध से निकल कर कोई रेखा सूर्य स्थान तक जाने से व्यक्ति को दूसरे की मदद से लक्ष्मी प्राप्त होती है तथा सुखी रहता है।
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महीन, स्पष्ट व गहरी भाग्य रेखा मणिबन्ध से शनि पर्वत तक जाती हो तो मनुष्य के उद्योग धंधे में दिन-प्रतिदिन आय का स्तर बढता है।
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बहुत दिन हुये छुप छुप जीते पल पल तेरा मन ही मन अलिंगन करते, मानस कानन में भॊंरा बन मैं भी कुछ मणिबन्ध लिखूं, प्रेम पगे कुछ छंद लिखूं ।
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बहुत दिन हुये छुप छुप जीते पल पल तेरा मन ही मन अलिंगन करते, मानस कानन में भॊंरा बन मैं भी कुछ मणिबन्ध लिखूं, प्रेम पगे कुछ छंद लिखूं ।
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पुटियां आम तौर पर कलाई के जोड़ों के आसपास पाई जाती हैं, खास तौर से मणिबन्ध जोड़ के पास, नाड़ीगन्थि पुटी के कुल मामलों में 80% मामले इसी के होते हैं।
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पुटियां आम तौर पर कलाई के जोड़ों के आसपास पाई जाती हैं, खास तौर से मणिबन्ध जोड़ के पास, नाड़ीगन्थि पुटी के कुल मामलों में 80% मामले इसी के होते हैं।
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जिस प्रकार भाग्य जन्म कुंडली में लग्न से नवम भाव को माना गया है ठीक उसी प्रकार हस्तरेखा में भाग्य रेखा मणिबन्ध से शुरू होकर कहीं भी जाकर समाप्त हो जाती है।