अश्म कसीस या फेरस सल्फेट (ferrous sulphate) तथा माक्षिक (pyrites) का उपयोग अनेक रोगों (जैसे-दाद या पामा, कुष्ठ, योनिरोग आदि) में बताया गया है।
39.
५ + स्वर्ण माक्षिक भस्म ५ ग्राम + प्रवाल भस्म १ ० ग्राम इन सबको मिला कर इस मिश्रण में शतावर का चूर्ण २ ५ ग्राम मिला कर एक बार फिर घॊंट लीजिये।
40.
इसके निर्माण में स्वर्ण भष्म, रससिंदूर, गंधक, मोती भष्म, टंकड़, चांदी भष्म, स्वर्ण माक्षिक भष्म-प्रत्येक एक-एक तोला लेकर मर्दन कर लवण यंत्र में रखकर पाक कर बनाया जाता है।